चतराः जमीन नहीं मिलने पर मगध कोल परियोजना बंद, 700 कर्मी बेरोजगार
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: जमीन उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण चतरा जिले की मगध कोल परियोजना आज सोमवार से बंद हो गयी। इससे 700 से अधिक कर्मी बेरोजगार हो गये। वर्ष 2016 में चतरा जिले के टंडवा में मगध कोल परियोजना शुरू की गयी थी।सोमवार देर शाम आउटसोर्सिंग कंपनी के प्रबंधक निवास रेड्डी ने बताया कि आज से काम पूरी तरह से बंद कर दिया गया। देवलगड़ा में ग्रामीणों ने जमीन देने से इनकार कर दिया। आज भी जमीन रैयतों के कब्जे में ही है। ऐसी स्थिति में कैसे काम किया जा सकता है। ग्रामीण कंपनी को काम नहीं करने दे रहे हैं। मजबूरन परियोजना बंद करनी पड़ रही है। कंपनी को जबतक जमीन नहीं मिलेगी, काम शुरू नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि कपंनी ने दो दिन पहले शनिवार को ही माइंस में नो वर्क-नो पे का नोटिस चिपका दिया था।
150 एकड़ जमीन पर प्रस्तावित है परियोजना
मुख्यमंत्री रघुवर दास और केंद्रीय कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने वर्ष 2016 में मगध की कुंडी माइंस का संयुक्त रूप से ऑनलाइन उद्घाटन किया था। मगध कोल परियोजना की कुंडी देवलगड़ा माइंस 150 एकड़ जमीन पर प्रस्तावित है। इसमें 100 लाख टन कोयला उत्पादन और 150 लाख घनमीटर ओबी हटाने का लक्ष्य निर्धारित था पर कंपनी अबतक मात्र 70 लाख टन उत्पादन कर सकी है।