BJP ने जारी किया चुनावी घोषणा पत्र, JDU को है इन संकल्पों पर एतराज

City Post Live - Desk

बीजेपी ने जारी किया चुनावी घोषणा पत्र, पार्टी का दावा-‘लाखों लोगों की ली गयी राय’

सिटी पोस्ट लाइवः भारतीय जनता पार्टी ने आज अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया. दिल्ली में जारी इस घोषणा पत्र को बीजेपी ने संकल्प पत्र बताया है. घोषणा पत्र जारी करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि आजादा के 75वीं वर्षगांठ तक यानि साल 2022 तक के लिए 75 संकल्प लिये हैं.

भाजपा का यह चुनावी घोषणा पत्र पीएम मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वित्त मंत्री अरूण जेटली, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, सहित बीजेपी संसदीय बोर्ड के कई सदस्यों की मौजूदगी में जारी हुआ. घोषणा पत्र को लेकर बीजेपी ने दावा किया है कि लाखों लोगों की राय लेकर बीजेपी ने अपना चुनावी घोषणा पत्र तैयार किया है.

घोषणापत्र में कहा गया है कि ‘राष्ट्रवाद के प्रति हमारी पूरी प्रतिबद्धता है. बीजेपी के घोषणापत्र पर विभिन्न दलों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव ने घोषणापत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बीजेपी का घोषणा पत्र अलग है और जेडीयू का अलग. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35 A पर बीजेपी से हमारी असहमति है, क्योंकि राम मंदिर का निर्माण हम संविधान के दायरे में और आपसी सहमति से चाहते हैं.

केसी त्यागी ने कहा कि हम परिवारवाद और जातिवाद की राजनीति के पक्षधर नहीं हैं. हम भ्रष्टाचार में संलिप्त व्यक्ति के उच्च पदों पर होने के विरोधी हैं. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए को एक और अवसर मिलना चाहिए.बिहार जेडीयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि धारा 370 को लेकर बीजेपी जदयू से असहमत है. ये भाजपा का पुराना स्टैंड है और हर पार्टी को अपना स्टैंड रखने का हक है. भाजपा को इस मुद्दे पर हमारा भी स्टैंड पता है और जदयू अपने पुराने स्टैंड पर काय है. आलोक ने कहा कि धारा 370, राम जन्मभूमि और तीन तालक पर जदयू की राय अलग है. जदयू ने भी अपना अलग घोषणा पत्र जारी किया है. तमाम विरोधों के बावजूद गठबंधन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.

बीजेपी घोषणा पत्र पर जेडीयू के बयान के बाद बीजेपी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय संदर्भ में हमने इस घोषणा पत्र को जारी किया है. जेडीयू बिहार की पार्टी है उनके अलग एजेंडे हैं. बीजेपी भारत को अखण्ड बनाना चाहती है यही कारण है कि 370 और 35A पर हम आज भी कायम हैं. हम अयोध्या मन्दिर पर भी कायम हैं. पहले राष्ट्रहित है उसके बाद कोई दूसरा काम है.

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