सिटीपोस्टलाईव:वेतन के लिए कई महीनों तक इंतज़ार करनेवाले शिक्षकों के लिए एक अच्छी खबर है.अब उन्हें सैलरी के लिए इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा क्योंकि जून से उनकी सैलरी बैंक खाते में सीधे चला जायेगा. अब पहले की तरह उन्हें अपने वेतन के लिए प्रखंड या स्कूल के डीडीई के पीछे पीछे नहीं घूमना पड़ेगा.
शिक्षा विभाग ने जून से कंप्रीहेंसिव फंड मैनेजमेंट सिस्टम प्रणाली पूरी तरह लागू करने जा रहा है . विभाग ने मई तक प्रधानाध्यापक और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को डीडीओ बनाए रखने का आदेश जारी कर दिया है. जून से राज्य में शिक्षकों के वेतन निकासी के लिए लगभग 4 हजार प्रधानाध्यापक डीडीओ से मुक्त हो जाएंगे.
वर्तमान में प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के शिक्षकों के वेतन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी या संबंधित स्कूल के वरीय हेडमास्टर, जो डीडीओ हैं, उनके माध्यम से वेतन दिया जाता है. उच्च और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों को प्रधानाध्यपक के माध्यम से दिया जाता है. नई व्यवस्था में डीपीओ (स्थापना) डीडीई होंगे, जिनके माध्यम से शिक्षकों के खाते में सीधे राशि जाएगी. स्कूलों में शिक्षकों की हाजिरी संबंधी रिपोर्ट बीईओ के माध्यम से जिले में मंगवा लिया जाएगा और उसी के आधार पर पर वेतन की राशि शिक्षकों के बैंक खाते में सीधे चला जाएगा.