कैलाश मानसरोवर से लौटे झारखंड के तीर्थ यात्रियों को रघुवर सरकार ने दी आर्थिक मदद
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि भारत आध्यात्मिक एवं धर्म परायण देश है। सभी धर्मों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना प्रारंभ की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अबतक राज्य के 5 हजार से अधिक लोगों को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का लाभ मिला है।सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रियों के बीच अनुदान वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सभी को महाशिवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि झारखंड में आर्थिक रूप से कमजोर सभी धर्मों के धर्मावलंबियों को सरकार द्वारा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत देश के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थानों का दर्शन कराया जा रहा है। इसी क्रम में झारखंड से कैलाश मानसरोवर की तीर्थ यात्रा पर जानेवाले श्रद्धालुओं को राज्य सरकार की ओर से प्रति तीर्थ यात्री एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की गई थी, जिसे सरकार आज पूरा कर रही है। इससे प्रेरित होकर आगे भी जो श्रद्धालु कैलाश मानसरोवर जाने की इच्छा रखते हैं, सरकार उन्हें प्रोत्साहित कर अनुदान के रूप में एक लाख रूपया प्रति श्रद्धालु देने का कार्य करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा झारखंड के पर्यटन स्थलों को विकसित किया जा रहा है। झारखंड में ऐसे कई सांस्कृतिक धरोहर हैं, जिन्हें विकसित करने से रोजगार सृजन की बड़ी संभावनाएं हैं। झारखंड में धार्मिक तीर्थस्थल बहुत है। हर धर्म का तीर्थ स्थल झारखंड में है और वैसे पर्यटन को विकसित करना सरकार की प्राथमिकता रही है। राज्य सरकार चतरा जिला के इटखोरी में दुनिया में सबसे बड़ा स्तूप बनाने का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जिस प्रतिबद्धता के साथ इस दिशा में काम कर रही है उससे जल्द ही दुनिया के मानचित्र में नजर आएगा। इस अवसर पर पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में लोक कल्याणकारी योजनाओं को गरीब तबके के लोगों तक प्रतिबद्धता के साथ पहुंचाया जा रहा है। राज्य के विभिन्न धर्मावलम्बियों के लिए महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की शुरुआत की गई। समाज का हर व्यक्ति तीर्थ करना चाहता है परंतु गरीबी के कारण तीर्थ यात्रा जाने से वंचित रह जाते हैं। इसी को देखते हुए राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया कि कैलाश मानसरोवर यात्रा में जाने वाले तीर्थ यात्रियों की आर्थिक सहायता के रूप में एक-एक लाख रुपये दिए जाएंगे। सहायता राशि का चेक मिला इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा से लौटे तीर्थ यात्रियों में से सांकेतिक रूप से रीना बाजपेई (बोकारो), अभय कुमार (रांची), कुंती देवी (जमशेदपुर), जय कुमार चौबे (जमशेदपुर), श्रीकांत प्रसाद (जमशेदपुर), स्वप्न चौधरी (जमशेदपुर), सतीश कुमार (रांची), पूनम प्रसाद (रांची), सुरेश कुमार अग्रवाल (मेदिनीनगर) सरोज देवी (मेदनीनगर), जितेंद्र कुमार (खूंटी), राजकुमार (रांची), अनुज कुमार चौधरी (रांची), महेंद्र कुमार अग्रवाल (धनबाद) बद्रीनाथ दत्ता (दुमका) को एक-एक लाख रुपए की सहायता राशि का चेक सौंपा।
तीर्थ यात्रियों ने साझा किया अनुभव
मुख्यमंत्री के समक्ष खूंटी से कैलाश मानसरोवर तीर्थ यात्रा में गए जितेंद्र कुमार एवं कुंती देवी ने तीर्थ यात्रा के अनुभवों को साझा किया। जितेंद्र कुमार ने कहा कि कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा अपने आप में बहुत गौरवशाली बात है। इस यात्रा से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि गरीब तबके के श्रद्धालु तीर्थ यात्रा कर पा रहे हैं, यह सौभाग्य की बात है। एक अन्य तीर्थयात्री धनबाद जिला के महेंद्र कुमार अग्रवाल ने राज्य सरकार द्वारा दी गई एक लाख की अनुदान राशि को वृद्धा आश्रम एवं दिव्यांग कल्याणार्थ दान देने की घोषणा की। इस अवसर पर पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के सचिव राहुल शर्मा ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना एवं कैलाश मानसरोवर तीर्थ योजना से संबंधित जानकारी पर विस्तृत प्रकाश डाला। पर्यटन निदेशक संजीव कुमार बेसरा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस मौके पर पलामू सांसद बीडी राम, विधायक जयप्रकाश वर्मा, जेटीडीसी के जीएम राजीव रंजन तथा विभिन्न जिलों से कैलाश मानसरोवर की तीर्थयात्रा से लौटे श्रद्धालु उपस्थित थे।