बीजेपी सांसद ने खोली सिस्टम की पोल, तेजस्वी बोले-‘सीएम साहब इस सच्चाई पर कुछ बोलिएगा?
सिटी पोस्ट लाइवः चुनाव के वक्त नेताओं के सुर बदलने लगते हैं या यूं कहें कि बगावत का नजारा आम हो जाता है अब यह दूसरे कारणों से खफा बीजेपी सांसद और केन्द्रीय मंत्री आरके सिंह की नाराजगी है या फिर वाकई वे सिस्टम से इतने नाराज हैं कि अपनी हीं सरकार की पोल-पट्टी खोल रहे हैं। आरके सिंह ने बेहद तल्ख अंदाज में कहा है कि बिहार का सरकारी सिस्टम इस कदर घूसखोरी में जी रहा है कि गरीब को गरीब हीं रहना है कुछ भी नहीं हो सकता बिहार का। जाहिर है जब सत्ताधारी बीजेपी के सांसद हीं बिहार के सरकारी सिस्टम पर यह बोल रहे हों तो विपक्षी पार्टी तो इस मौके को भुनाएगी हीं खासकर तब जब मौसम चुनाव का हो। बिहार की प्रमुख विपक्ष पार्टी राजद के नेता तेजस्वी यादव ने आरके सिंह के इस बयान के सामने आने के बाद ट्वीट किया और उन्होंने लिखा कि-‘नीतीश सरकार के सुशासन की धज्जियां उड़ाई केन्द्रीय मंत्री आरके सिंह ने। कहा-‘बहुत घूसखोरी है। शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि सब तबाह है। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री केन्द्रीय मंत्री की इस सच्चाई पर कुछ बोलेंगे कि नहीं?’
आरके सिंह ने कहा-‘बिहार में भाजपा के ही मंत्री मंगल पांडेय के स्वास्थ्य महकमे को भी नहीं बख्श रहे हैं . कह रहे हैं दृ बिहार का सरकारी सिस्टम इस कदर घूसखोरी में जी रहा है कि गरीब को गरीब ही रहना है . कुछ भी नहीं हो सकता है बिहार का . देश भर में ऐसा सिर्फ बिहार में हो रहा है . हां, कुछ रोग उत्तर प्रदेश को भी लगा हुआ है .उन्होंने कहा कि सच ये है कि जिन स्कूलों में चार शिक्षक हैं, उनमें से तीन भागे रहते हैं . भागे रहने के दौरान कोई इंस्पेक्शन न हो जाए, इसलिए भगोड़े शिक्षक छुट्टी का एप्लीकेशन जमा किए रहते हैं . वैसे इसकी भी कोई जरुरत नहीं रह गई है, क्योंकि सारे डीएसई पैसा खाते हैं .
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का भी हाल बहुत बुरा है . डाक्टर प्रारंभिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जाते नहीं हैं . आरा और पटना में बैठकर प्रैक्टिस करते हैं . कोई रोकने वाला नहीं है .उन्होंने कहा कि भागे रहने के एवज में सारे डाक्टर सिविल सर्जन को कमाई का एक हिस्सा देते हैं . आगे सिविल सर्जन क्या करते हैं, सबों को पता है .’