अशोक चौधरी ने की राष्ट्रपति से औपचारिक मुलाकात, कई महत्वपूर्ण तथ्यों से कराया अवगत
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार सरकार के पूर्व शिक्षा मंत्री सह बिहार विधान परिषद् सदस्य अशोक चौधरी ने शनिवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द से दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में औपचारिक मुलाकात की। अशोक चौधरी ने इस अवसर पर बिहार के विकास से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की साथ ही महामहिम से एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय, विश्वविद्यालयों की नौकरियों में अनुसूचित जाति-जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के लिए 200 पॉइंट रोस्टर की पुरानी व्यवस्था लागू करने हेतु दिशा निर्देश देने का निवेदन भी किया। इस अवसर पर उन्होंने महामहिम को लिखित पत्र भी प्रस्तुत किया जिसमें उन्होंने महामहिम को विश्वविद्यालयों की नौकरियों में अनुसूचित जाति-जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों से अवगत कराया।
अशोक चौधरी ने महामहिम से पत्र पर चर्चा करते हुए निवेदन किया कि यदि 200 पॉइंट रोस्टर के बदले 13 पॉइंट रोस्टर को विश्वविद्यालयों की नौकरियों में अनुसूचित जाति-जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण हेतु लागू किया जाता है तो कभी भी 49.5% आरक्षण की संकल्पना पूर्ण नहीं हो पायेगी क्योंकि यदि विश्वविद्यालय को एक इकाई न मानकर विभाग को इकाई माना जाय तो ऐसे में कम से कम 14 रिक्त पद होने पर ही अनुसूचित जनजाति के लोगों को आरक्षण का लाभ मिल पायेगा जबकि ऐसा बहुत कम होता है की एक विभाग में एक साथ इतने पद रिक्त हों।
अशोक चौधरी ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग से परामर्श लेकर केन्द्रीय शैक्षिक संस्थान विधेयक 2018 में शिक्षकों के कैडर में सीधी भर्ती द्वारा संकाय की नियुक्ति में आरक्षण की शुरुआत का प्रस्ताव रखा गया था जिसका राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग द्वारा समर्थन भी किया गया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द जी ने अशोक चौधरी के तथ्यपरक निवेदन पर यह आश्वासन दिया कि वो इस महत्वपूर्ण विषय पर विचार करेंगे।