बच्चियां अपने परिश्रम से राज्य का मान बढ़ाएं, शिक्षा ही बदलाव और विकास की संजीवनी है : रघुवर दास
सिटी पोस्ट लाइव, चाईबासा/रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि उज्ज्वल भविष्य के लिए बालिकाओं का सशक्तिकरण ही मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का मुख्य मकसद है। उन्होंने राष्ट्रीय बालिका दिवस पर मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की शुरुआत करते हुए कहा कि नारी शक्ति राज्य की शक्ति है। राज्य की बच्चियां शिक्षित होंगी तो परिवार में संस्कार का संचार होगा। गुरुवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास चाईबासा के टाटा कॉलेज मैदान में मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 300 मॉडल आंगनबाड़ी का शिलान्यास और 25 मॉडल आंगनबाड़ी केंद्रों का उद्घाटन किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने 10 एमबीबीएस और 22 विशेषज्ञ चिकित्सकों को सांकेतिक तौर पर नियुक्ति पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत पूरे राज्य से 87 हजार आवेदन प्राप्त हुए। 3 जनवरी 2019 को योजना को कैबिनेट में स्वीकृति मिली, 4 जनवरी को संकल्प पत्र जारी हुआ और 21 दिन बाद गुरुवार को योजना का शुभारंभ कोल्हान की धरती से हुआ। कोल्हान प्रमंडल में कुल 15 हजार 61 आवेदन प्राप्त हुए, 6 हजार 700 स्वीकृत हुए, लगभग 5 हजार लाभुकों का चयन हुआ और 2.50 करोड़ की राशि का भुगतान किया गया। मुख्यमंत्री ने सुकन्या योजना के तहत चाईबासा की अंकिता पूर्ति, ऐरा करवा, कांति हेम्ब्रम, सुखमती कुदादा, गीता देवगाम, तृप्ति विश्वकर्मा, मंजू खनदैत पूर्वी सिंहभूम की राधिका सबर, रिंकी गोप, इना भगत, भवानी केवट, सरायकेला की भाग्यवती बेहरा, प्रियंका पडीहरी और संतोषी सरदार को प्रमाण पत्र सौंपा। स्वागत संबोधन आयुक्त कोल्हान प्रमंडल विजय कुमार सिंह और धन्यवाद ज्ञापन उपायुक्त चाईबासा अरवा राजकमल ने दिया। इस अवसर पर विधायक दीपक बिरुवा, विधायक साधुचरण महतो, सचिव महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विकास अमिताभ कौशल, बाल संरक्षण आयोग की अध्य्क्ष आरती कुजूर, जेबी तुबिद, पुलिस उप महानिरीक्षक कुलदीप द्विवेदी भी उपस्थित थे।
जन-जन तक इस योजना को पहुंचायें
रघुवर दास ने कहा कि योजना के लागू होने के बाद इसे जन- जन तक पहुंचाने की हमसब की साझा जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुकन्या योजना का लक्ष्य बच्चियों को सशक्त करना, उनमें आत्मविश्वास का संचार करना, बाल विवाह रोकना और सबसे खास उन्हें शिक्षित कर स्वावलंबन की ओर अग्रसर करना है। योजना के तहत जन्म लेने वाली बच्ची की मां के बैंक खाते में 5 हजार रुपये जमा कर दिए जाएंगे। पहली कक्षा में नामांकन के समय 5 हजार, 5वीं, 8वीं, 10वीं और 12वीं में 5-5 हजार सरकार द्वारा बैंक खाते में जमा किये जायेंगे। जब बेटी 18 साल की होगी तो 10 हजार रुपये दिये जायेंगे। इस तरह जन्म से लेकर 20 वर्ष तक आयु तक 7 किस्तों में 40 हजार रुपये की अनुदान राशि दी जाएगी। अगर बिटिया शादी करना चाहे तो मुख्यमंत्री कन्यादान योजना तहत 30 हजार रुपये मिलेंगे। झारखण्ड के 27 लाख परिवार इस योजना से आच्छादित होंगे।
अगर कम उम्र में शादी के लिए दबाव बनाए तो 181 में सूचना दें बच्चियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रूण हत्या पाप है। राज्य का लिंग अनुपात ठीक है लेकिन दोनों को समतुल्य बनाना है। आदिवासी समाज के लोग बेटा और बेटी में भेद नहीं करते हैं लेकिन पढ़े लोगों में यह ज्यादा देखने को मिलता है। चिकित्सक भी इस बात का ध्यान रखें वे अल्ट्रासाउंड के माध्यम से इसकी जानकारी किसी को ना दें अन्यथा आप दोषी ठहरा कर जेल जाने के भागी होंगे। मुख्यमंत्री ने बच्चियों से अपील करते हुए कहा कि अगर कोई कम उम्र में शादी करना या कराना चाहे तो 181 में इसकी जानकारी दें।
सरकार शिक्षक के नहीं, बच्चों के लिए स्कूल संचालित कर रही है
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल शिक्षकों के लिए नहीं बल्कि बच्चों के लिए खोला गया है। हर विषय के शिक्षक स्कूल में रहें यह सुनिश्चित किया जा रहा है। सुदूरवर्ती ग्रामीण व पहाड़ी क्षेत्र के स्कूलों का विलय ध्यान में रखकर किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य भी जल्द प्रारंभ होगा। उन्होंने कहा कि जनता के हित में जो भी बदलाव करना होगा उसे किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आपके सपनों को पूरा करने की कोशिश की है : सीपी सिंह
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का शुभारंभ कोल्हान की धरती से हो रहा है। जो इस बात का प्रमाण है कि हम जो कहते हैं वो करते हैं। मुख्यमंत्री सपने दिखाते नहीं बल्कि उसे पूरा भी करते हैं। उन्होंने कहा कि सरायकेला भ्रमण के दौरान हर घर में बिजली और शौचालय देखा है। सरकार ने 4 साल में 30 लाख घरों तक बिजली पहुंचा दी, जो काम आज़ादी के बाद नहीं हुआ।
4 वर्ष में महिला व बालिका विकास के कई कार्य हुए हैं : गिलुआ
सांसद लक्ष्मण गिलुआ ने कहा कि विगत 4 वर्ष में महिला और बालिका कल्याण के लिए कई कार्य और योजनाओं को संचालित किया गया है। मुख्यमंत्री सुकन्या योजना राज्य की बालिकाओं की समृद्धि का कारक बनेगा। उसी तरह मुख्यमंत्री कृषि समृद्धि योजना के तहत किसानों का लाभान्वित करने का कार्य हो रहा है।
—मुख्य बातें—
1. मुख्यमंत्री सुकन्या योजना से राज्य के 27 लाख परिवार लाभान्वित होंगे।
2. मुख्यमंत्री ने कोल्हान प्रमंडल में 6,661 और चाईबासा के 4, 238 लाभुकों को मुख्यमंत्री सुकन्या योजना से आच्छादित किया। 7 लाभुकों को सांकेतिक तौर पर सौंपे गये प्रमाण पत्र।
3. योजना का लक्ष्य बच्चियों का संपूर्ण सशक्तिकरण, सात किस्तों में 40 हजार का अनुदान।
4. मुख्यमंत्री ने 10 एमबीबीएस और 22 विशेषज्ञ चिकित्सकों को सांकेतिक तौर पर सौंपा नियुक्ति पत्र।
5. मुख्यमंत्री ने 300 मॉडल आंगनबाड़ी का शिलान्यास और 25 मॉडल आंगनबाड़ी केंद्रों का उद्घाटन किया