“विशेष” : रेल मंत्रालय का सहरसा को तोहफा,सहरसा से मुंबई के लिए चलेगी ट्रेन
सिटी पोस्ट लाइव “विशेष” : लंबी दूरी के लिए ट्रेन के मामले में सहरसा में सुखाड़ रहा है। कोसी क्षेत्र के रहने वाले ललित नारायण मिश्रा जब रेल मंत्री थे, तो उस समय कोसी सहित बिहार में छोटी रेल लाईन का जाल बिछ गया था लेकिन उनकी हत्या के बाद किसी रेलमंत्री ने सहरसा पर अधिक ध्यान नहीं दिया। आलम यह है कि 2008 के कुसहा त्रासदी के बाद जो रेल पटरियों क्षतिग्रस्त हुईं, उसका अमान परिवर्तन आजतक नहीं हो सका है। ऐसे में सहरसा से सुपौल और फारविसगंज तक रेल सेवा की शुरुआत अभीतक सम्भव नहीं हो स्की है। बड़ी खींचतान और कोशिशों के बाद सहरसा से पुर्णिया तक ट्रेन सेवा 2008 के बाद अमान परिवर्तन के साथ फिर से बहाल की जा सकी। कोसी इलाके के लोग मुंबई, दिल्ली, पंजाब, गुजरात, चेन्नई, आसाम, कोलकाता, यूपी से लेकर विभिन्य प्रदेशों में रहते हैं।
ऐसे में कोई बेहतर सीधी ट्रेन सहरसा के लोगों के नसीब में नहीं आई ।वैसे दिल्ली के लिए गरीब रथ,पुरबिया और हमसफर ट्रेन जरूर है। यही नहीं अमृतसर के लिए मजदूरों को ढ़ोने वाली पलायन एक्सप्रेस के नाम से मशहूर जनसेवा एक्सप्रेस भी है। इसके अलावे हाटे-बजारे नाम की एक ट्रेन सहरसा से सियालदह तक जाती है। लेकिन कोई भी ट्रेन इसके अतिरिक्त अन्य जगहों के लिए नहीं है। ट्रेन के इस टोंटे के बीच रेलमंत्री पीयूष गोयल ने सहरसा को तोहफा दिया है। पीयूष गोयल ने 22 ट्रेनों को एक्सटेंड करने का फैसला किया है। यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए एक्सपेरिमेंट के तौर पर पर इन ट्रेनों की सीमा और दूरी को बढ़ाया गया है। कई हमसफर एक्सप्रेस और मेमू ट्रेनों को एक्सटेंड किया जा रहा है। बांद्रा से पटना आने वाली 22913/22914 नम्बर की ट्रेन पटना आने के बाद बहुत देर तक पटना स्टेशन पर खड़ी रहती थी।
लंबे समय से सहरसा से लंबी दूरी की ट्रेन की मांग की जा रही थी। ऐसे में रेलमंत्री ने मास्टर स्ट्रोक लगाया है। सही मायने में, रेलमंत्री के इस कदम से यात्रियों को बहुत लाभ होगा। बड़ी संख्या में सहरसा के लोग मुंबई में रहते हैं। अब जल्द ही सहरसा जंक्शन पर पांचों प्लेटफार्म यात्रियों के लिए खोल दिए जाएंगे। फिलहाल दो ही प्लेटफार्म से ट्रेनें चल रही हैं। ट्रेन संख्या 22913/22914 बांद्रा पटना हमसफर एक्सप्रेस को सहरसा तक बढ़ाया गया है। यह ट्रेन सहरसा, खगड़िया बेगूसराय के रास्ते पहले पटना जाएगी, फिर वहां से दिल्ली के लिए रवाना होगी। सही मायने में “कुछ नहीं से कुछ अच्छा” भी सहरसा के लिए एक अनुपम सौगात है। इस गाड़ी के बहाने ए ग्रेड के सहरसा जंक्शन की रौनक भी बढ़ेगी। यही नहीं, आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान यह ट्रेन बीजेपी और एनडीए को कुछ नजे कुछ फायदा भी जरूर पहुंचाएगी।
पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की “विशेष”रिपोर्ट