सवर्ण आरक्षण पर बिहार में राजनीति तेज, विधानसभा के आगामी सत्र में हो सकता है हंगामा
सिटी पोस्ट लाइवः सवर्ण आरक्षण को लेकर बिहार में राजनीति तेज है। सीएम नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि बिहार में भी सवर्ण आरक्षण जल्द लागू हो जाएगा ताकि गरीब सवर्णों को इसका लाभ मिल सके वहीं राजद इसका विरोध करती आयी है। केन्द्र सरकार द्वारा गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण दिये जाने के फैसले के बाद राजनीतिक दलों की अलग-अलग राय है लेकिन यह मामला कुछ ऐसा है कि ज्यादातर दलों ने खुलकर सवर्ण आरक्षण की खिलाफत नहीं की है। लेकिन राजद ने इसका विरोध किया है। राजद बिहार में प्रमुख विपक्षी पार्टी है इसलिए भी कयास लगाये जा रहे हैं कि 11 फरवरी से शुरू होने वाले बिहार विधानसभा के आगामी सत्र में इस मुद्दे को लेकर हंगामा हो सकता है।
सूत्रों की मानें तो राजद विधानसभा सत्र के दौरान सवर्ण आरक्षण का विरोध कर सकती है। बिहार में सवर्ण आरक्षण कानून पर राजद प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि राजद सवर्ण आरक्षण के विरोध में नहीं है. लेकिन सरकार को बिल से पहले आयोग बनाकर राय लेनी चाहिए थी. राजद नेता ने कहा कि सरकार ने ये बिल आनन-फानन में लाया है. इस बिल को लेकर पार्टी का फैसला विधायक दल की बैठक में होगा.बैठक में ही इस बात पर फैसला लिया जाएगा कि बिहार विधानसभा में हमें इस विधेयक पर क्या स्डैंड लेना है. भाई वीरेंद्र ने फिर से कहा कि सरकार सवर्णों को बेवकूफ बना रही है और एक बार फिर से जुमला सुना रही है.