लोक सभा चुनाव से पहले बिहार में बनने जा रही हैं तीन हजार किलोमीटर सड़कें
सिटी पोस्ट लाइव : लोक चुनाव से पहले बिहार में सडकों का जाल बिछाए जाने का काम जोरशोर से शुरू हो रहा है. जैसे जैसे चुनाव करीब आता जा रहा है सरकार की योजनाओं की रफ़्तार बढती जा रही है. बिहार में PMGSY का दूसरा चरण अप्रैल से शुरू हो रहा है. पहले फेज में प्राथमिकता के आधार पर तीन हजार किलोमीटर सड़क की निर्माण होगा. ये सड़कें प्रखंड को जिला मुख्यालय या अनुमंडल से जोड़ती है.
PMGSY की सड़कें अब साढ़े पांच मीटर चौड़ी होंगी. राज्य में पीएमजीएसवाई का पहला चरण पूरा हो गया है. पीएमजीएसवाई कोर नेटवर्क की सारी सड़कें स्वीकृत हो गयी है. PMGSY में अब सिर्फ पुलों की स्वीकृति बची हुई है.ऐसे भी राज्य सरकार ने अगले वित्तीय वर्ष 2019-20 वर्ष के अंत तक राज्य की सभी बसावटों को सड़कों से जोड़ने का लक्ष्य तय कर रखा है. राज्य के ग्रामीण कार्य विभाग के पास 1.12 लाख किलोमीटर सड़क है. इसमें PMGSY की 56769 किलोमीटर सड़क है. अब तक 49054 किलोमीटर सड़क का निर्माण हो चुका है. पीएमजीएसवाई में अब तक 49054 किलोमीटर सड़क का निर्माण हो चुका है.7714 किलोमीटर सड़क का निर्माण चल रहा है. पीएमजीएसवाई कोर नेटवर्क में शामिल सभी सड़कों के स्वीकृत हो जाने के बाद अप्रैल यानी अगले वित्तीय वर्ष में राज्य में PMGSY फेज टू शुरू होगा. देश के कई राज्यों में फेज टू शुरू हो गया है. पूर्व में केंद्र के असहयोगात्मक रूख के कारण पीएमजीएसवाई के कार्यान्वयन में देरी हुई.
ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंता प्रमुख ने बताया कि पीएमजीएसवाई फेज टू में पहले 3000 किलोमीटर सड़क का निर्माण होगा. पूर्व की सड़कों को ही चौड़ा किया जायेगा. पीएमजीएसवाई की सड़कें अभी 375 मीटर चौड़ी होती है. अब नयी सड़क जो बनेगी वह साढ़े पांच मीटर चौड़ी होगी. इस सड़क के निर्माण पर प्रति किलोमीटर 90 लाख से एक करोड़ का खर्च आयेगा.यानी गुणवता का भी बहुत ध्यान रखा जा रहा है.