आयोजित “Global Skill Summit 2019” के अवसर पर माननीय राज्यपाल के अभिभाषण के मुख्या बिंदु

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आयोजित “Global Skill Summit 2019” के अवसर पर माननीय राज्यपाल के अभिभाषण के मुख्या बिंदु

सिटी पोस्ट लाइव, रांची : दिनांक 10 जनवरी, 2018 को उच्च एवं तकनीकी शीक्षा तथा कौषल विभाग द्वारा आयोजित “Global Skill Summit 2019” के अवसर पर माननीया राज्यपाल महोदया के अभिभाशण के मुख्य बिन्दु :-
मुझे उच्च एवं तकनीकी षिक्षा तथा कौषल विभाग द्वारा आयोजित “Global Skill Summit 2019” के अवसर पर सम्मिलित होकर अपार प्रसन्नता हो रही है।
आज “Global Skill Summit 2019” का आयोजन एक व्यापक उद्देष्य के साथ किया जा रहा है। यहाँ देष के विभिन्न नीति-निर्माता एवं औद्योगिक घराने एवं कंपनियों से आये हुए प्रतिनिधि हमारे युवाओं को रोजगार सुलभ कराने हेतु आये हुए हैं। झारखण्ड के युवाओं को रोजगार सुलभ कराने की दिषा में पहल करने हेतु मैं उन्हें बधाई देती हूँ। झारखण्ड राज्य के हमारे युवा अत्यन्त ही मेधावी है। वे परिश्रमी हैं तथा विपरीत एवं विषम हालात में भी अच्छा करने की क्षमता रखते हैं। उनमें हर क्षेत्र में असीम प्रतिभा है, जिसका वर्णन नहीं किया जा सकता है। इसका पूरा देष साक्षी है।
यहाँ के लोगों ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा से राज्य ही नहीं पूरे राश्ट्र को गौरवान्वित किया है। मेधा के क्षेत्र में लड़के एवं लडकियों में भेद नहीं किया जा सकता है। लेकिन यह भी सत्य है कि रोजगार के अभाव में युवाओं में हताषा भी देखने को मिलती है। कारण है कि सरकारी नौकरियाँ कम है, जनसंख्या अधिक है। ऐसे में लोगों को कौषल विकास के माध्यम से प्रषिक्षण सुलभ कराकर अथवा जिसका जिस क्षेत्र में रूचि है, उसमें और निपुण बनाकर रोजगार सुलभ कराने की और सोचना होगा।
आज इस क्रम में देष के विभिन्न कंपनियों एवं औद्योगिक घरानों द्वारा हमारे युवाओं को रोजगार सुलभ कराने की दिषा में पहल करने की सराहना करती हूँ। साथ ही यह भी कहना चाहूँगी कि हमारे युवाओं को भी सम्मानजनक राशि मिले ताकि उनका षीघ्र ही अथवा एक-दो माह में ही नौकरी त्याग करने की नौबत न आयें, इस ओर भी आप सब सोचे। मैं तो लोगों के लिए सहज उपलब्ध रहती हूँ और लोगों से निरंतर मिलना दिनचर्या है।
कभी-कभी लोग मुझसे यह भी कहते हैं कि हमने अपने बच्चे को स्वंद लेकर पढ़ाया और उसका campus selection हुआ। campus selection होने पर पूरा परिवार प्रसन्न था कि अब उसके दुःख के दिन दूर हो जायेंगे, लेकिन फिर उसको बड़े शहर में यथा बेंगलूरू, मुम्बई, हैदराबाद, चैन्नई जैसे स्थानों एवं विदेषों में भेजा जाता है और राषि अत्यन्त कम दिया जाता है। परिणाम वे वापस आ जाते हैं।
राष्ट्रहित में सभी कंपनियों से आग्रह है कि हमारे युवाओं के साथ सकारात्मक सोच रखें। उनसे पूरा काम लेने का हक है, मेधा का सम्मान किया जाय। लेकिन उनकी दषा को अपनी संतान की दषा समझकर कोई निर्णय लें। नौकरी मिलने में उतनी प्रसन्नता नहीं होती है, जितना कि नौकरी जाने का गम। युवा कमचतमेेपवद में चले जाते हैं। इसलिए सभी इस पर चिन्तन करें। क्योंकि हमारे देष की सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक दषाएँ युवाओं पर ही निर्भर है। उन पर राश्ट्र का ही भविश्य निर्भर हैं।
हमारे देष की विभिन्न कंपनियाँ, औद्योगिक घराने हमारे युवाओं में निहित उर्जा एवं शक्ति को सही दिषा दें, ताकि वे और दक्ष बने। वे सदा अच्छा करने की ओर प्रेरित हों तथा राश्ट्र के बेहतर निर्णायक बने।
युवाओं से भी अपेक्षा रहेगी कि वे अपने अनुषासन का परिचय देते हुए पूर्ण समर्पण भाव से कार्य करें। काम को पूजा की तरह लें। आपमें असीम क्षमता है, आप उद्योगपति भी बन सकते हैं। आप सिर्फ अच्छा कार्य करने ही नहीं, बल्कि उत्कृश्टता हासिल करने की ओर सोंचे। स्वयं के साथ अपने समाज, राज्य व राश्ट्र का नाम सुषोभित करें।
आशा है कि आज इस क्रम में देष के कोने-कोने से आये विभिन्न कंपनियों को हमारी मेधा की झलक देखने को मिलेगी। अधिक-से-अधिक युवाओं को रोजगार सुलभ होंगे। लोगों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सकारात्मक परिवर्तन आयेगा। राश्ट्रहित में एक व्यापक पहल होगा।

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