“दो टूक” : सहरसा में असली गुंडाराज, युवक को गोली मार की हत्या
सिटी पोस्ट लाइव : आज शाम करीब सात बजे सहरसा के सदर थाना के सहरसा बस्ती के रहने वाले 19 वर्षीय युवक मोहम्मद चांद को सहरसा बस्ती के ही एक अपराधी ने गोली मार दी। परिजनों ने तुरन्त उठाकर उसे सदर अस्पताल लाया, जहां उसकी मौत हो गयी ।घटना के सम्बंध में मिली जानकारी के मुताबिक मृतक युवक टेम्पू चलाता था। सहरसा बस्ती के ही रहने वाले अपराधी मोहम्मद सिटी बराबर उससे रंगदारी मांगता था। आज रंगदारी मांगने पर चांद ने अपनी गरीबी का हवाला देकर कहा कि वह रंगदारी देने की स्थिति में नहीं है। बस इसी बात पर मोहम्मद सिटी ने चांद के पेट में गोली मार दी।आनन-फानन में जख्मी के परिजन और स्थानीय लोगों ने उसे ईलाज के लिए सदर अस्पताल लाया, जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने की भरपूर कोशिश की लेकिन उसे नहीं बचाया जा सका। सदर अस्पताल पहुंचकर सदर एसएचओ आर.के.सिंह अपना असली काम करने में तत्परता से जुट गए हैं। पंचनामा बनाकर लाश का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। आगे एसएचओ परिजन के बयान पर मुकदमा दर्ज कर अपराधी को पकड़ने का दावा करेंगे।
आखिर क्या हो गया है इस सहरसा को ?सहरसा में किसी पुलिस अधिकारी को किसी से नहीं बनता है। सहरसा कोसी प्रमंडल का मुख्यालय भी है ।यहाँ डीआईजी भी बैठते हैं। लेकिन यहाँ सभी अधिकारियों की अपनी डफली और अपना राग है।सहरसा में बढ़ते अपराध का जब यहाँ की जनता प्रतिकार करती है और सड़क पर उतरकर पुलिस कप्तान के खिलाफ नारेबाजी और पुतला दहन करती है,तो पुलिस कप्तान समाजसेवी और पत्रकार पर भी मुकदमा करवाते हैं। जब से सहरसा में एसपी राकेश कुमार का पदस्थापन हुआ है, लगता है उसी समय से बिल में दुबके सारे अपराधी एकसाथ बाहर निकल आये हैं। एसपी कहीं भी जनता के हित में खड़े नजर नहीं आते हैं ।ये अपनी मर्जी के मालिक हैं। हमारी समझ से आसमान से टपके एक बेनजीर आईपीएस अधिकारी हैं सहरसा एसपी राकेश कुमार। सहरसा के पांच अच्छे, ईमानदार और जानकार लोगों से इनकी कोई सोहबत नहीं है। सहरसा में अपराधियों की समानांतर सरकार चलती है। अगर आप बाहर हैं और सहरसा आना चाहते हैं,तो हमारी सलाह और ताकीद दोनों है कि आपको अपनी जान प्यारी है,तो इस जिले में नहीं आएं।
पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की “दो टूक”