महागठबंधन में भी हो गया है सीटों का बटवारा, खरमास के बाद होगी घोषणा
सिटी पोस्ट लाइव : आज एनडीए में सीटों का औपचारिक बटवारा हो जाएगा.NDA में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर सहमति बनने के बाद अब आज सीटों की घोषणा होगी. महागठबंधन में भी सीट शेयरिंग में सहमति बन गई है. लेकिन लालू यादव चाहते हैं कि औपचारिक घोषणा खरमास के बाद हो.औपचारिकता पूरी करने के लिए अगले कुछ दिनों में समन्वय समिति की बात आगे बढ़ेगी. चुनाव के मुद्दे भी तय किए जाएंगे. घटक दल अपने-अपने संभावित प्रत्याशियों को नाप-तौल कर सीटों की दावेदारी करेंगे. महत्वपूर्ण बात यह कि अभी सभी दल आत्ममंथन करेंगे और औपचारिक ऐलान खरमास के बाद होगा.
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्र्रेस और राजद समेत पांच दलों ने मिलकर बिहार में अबतक का सबसे बड़ा सियासी गठबंधन बनाया है. इसके पहले बिहार में इतने सारे दलों ने कभी एक साथ इतना बड़ा चुनावी गठबंधन नहीं किया था. भाजपा-जदयू की संयुक्त ताकत के खिलाफ राजद-कांग्रेस के पक्ष में हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतनराम मांझी के साथ रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव भी एकजुट हो गए हैं.सन ऑफ़ मल्लाह को भी अपने साथ लाने में तेजस्वी यादव जुटे हैं. आज किसी वक्त फैसला सामने आ जाएगा.
वामपंथी दलों को इस महागठबंधन में शामिल करने की औपचारिकता अभी बाकी है. सीटों की दावेदारी समेत कुछ अन्य मसले हैं, जिनका समाधान अगले कुछ दिनों में निकालने की कोशिश हो सकती है. कुशवाहा की इंट्री के बाद महागठबंधन ने सीटों की हिस्सेदारी का फार्मूला लगभग तय कर लिया है. राजद एवं कांग्रेस की भूमिका बड़े भाई की होगी. लिहाजा ये दोनों दल अपनी सीटों का बंटवारा बाद में करेंगे.
शुरुवाती सहमति के मुताबिक कुशवाहा को चार सीटें मिल सकती हैं. उनकी मांग सात सीटों की थी. कुशवाहा के लिए काराकाट सीट छोडऩे पर राजद तैयार हो गया है.जिसको लेकर RJD नेत्री कांति सिंह अपनी नाराजगी जाहिर कर चुकी हैं और पूछ चुकी हैं कि कुशवाहा आखिर कितने दिनों के लिए आये हैं. उजियारपुर पर मामला अभी अटका हुआ है. यहां से आलोक मेहता को लड़ाने के लिए RJD अड़ा हुआ है लेकिन इस सीट को उपेन्द्र कुशवाहा अपने लिए मांग रहे हैं. हां पार्टी के जीतन राम मांझी के खाते में भी तीन सीटें आ सकती हैं. गया, नवादा और मुंगेर पर RJD रजामंदी पहले ही दे चूका है. शरद यादव के हिस्से में भी दो सीटें आ सकती हैं. इसके अलावा भाकपा और माले से बात बनी तो उसे भी एक सीट दिया जा सकता है. माकपा के साथ बात नहीं बन पा रही है.सपा और बसपा के साथ भी अभीतक बात आगे नहीं बढ़ पाई है. अगर बात बनी तो उन्हें भी एक एक सीट दिया जा सकता है. सन ऑफ़ मल्लाह को भी दो सीट मिल सकती है. हालांकि उनकी मांग भी 4 सीट की है.