सवर्णों के आरक्षण के लिए फरवरी में पटना में होगा बड़ा आंदोलन -भागवत शर्मा

City Post Live - Desk

सवर्णों के आरक्षण के लिए फरवरी में पटना में होगा बड़ा आंदोलन -भागवत शर्मा

सिटी पोस्ट लाइव : सवर्ण सेना के राष्ट्रीय संयोजक अध्यक्ष भागवत शर्मा ने कहा कि -“गरीब सवर्णों के साथ पिछले 7 दशकों से भेदभाव होता आया है.  नौकरी से लेकर पढ़ाई तक में गरीब सवर्णों की अनदेखी होती रही है उन्हें सरकार से ना तो आरक्षण मिलता है और ना ही किसी प्रकार की अन्य सुविधा मिलती है. यहां तक की छात्रवृत्ति व अन्य योजनाओं का लाभ भी उन्हें नहीं मिल पाता है. ऐसे में सवर्ण युवा अपने आप को ठगा हुआ महसूस करते हैं.

 

भागवत शर्मा ने बताया कि -“गरीब सवर्णों का विकास तभी संभव है जब उन्हें  केंद्र व राज्य सरकार की नौकरियों एवं विभिन्न कॉलेजों में एडमिशन के लिए कम से कम 20% आरक्षण दिया जाए. उन्होंने बताया कि -“गरीब सवर्णों के आरक्षण के लिए फरवरी महीने में पटना में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा . आंदोलन की रूपरेखा के बारे में उन्होंने बताते हुए कहा कि -“बिहार के कोने-कोने से एवं देश के विभिन्न राज्यों से भी युवा पटना में एकजुट होकर इस सवण विरोधी सरकार के खिलाफ हुंकार भरेंगे. यदि सवर्णों को आरक्षण नहीं दिया जाता है तो हम सभी एकजुट होकर इस समय विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेंगे.इसके साथ ही अपने-अपने साथियों व सहयोगीयों से इस आंदोलन के लिए अभी से ही कमर कस कर तैयार रहने की अपील की है.

 सवर्ण सेना के संस्थापक एवं राष्ट्रीय संयोजक अध्यक्ष  भागवत शर्मा ने बताया कि -“स्वर्ण सेना पिछले 4 वर्षों से गरीब सवर्णों के अधिकार के लिए लगातार संघर्ष करती रही है. उनके आरक्षण के लिए जमीनी स्तर पर कई छोटे बड़े आंदोलन किए गए हैं. अब तक लेकिन कुछ राजनीतिक दलों को सवर्णों युवाओं का यह आंदोलन हजम नहीं हो रहा है. इसलिए उन्होंने  युवाओं को दिग्भ्रमित करने के लिए साजिश रची है. सत्ताधारी दल के कुछ नेताओं के द्वारा मासूम सामान्य युवाओं को बहला-फुसलाकर स्वर्ण सेना को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. सरकार सवर्णों के इस आंदोलन से डर रही है इसलिए वह युवाओं को बरगला ने का काम कर रही है. भागवत शर्मा ने कहा कि- “युवाओं को यह समझना चाहिए अगर वह किसी के बहकावे में आते हैं तो इससे आंदोलन कमजोर होगा और सत्ता के खिलाफ जो उनका संघर्ष है वह उस मुकाम को जल्दी हासिल नहीं कर पाएगा. जिसके लिए पिछले 4 वर्षों से लगातार संघर्ष कर रहे हैं.

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