बीजेपी- जदयू में सीट शेयरिंग के बाद महागठबंधन में भी सीट शेयरिंग के फाईनल होने का दावा 

City Post Live - Desk

बीजेपी- जदयू में सीट शेयरिंग के बाद महागठबंधन में भी सीट शेयरिंग के फाईनल होने का दावा 

 

सिटी पोस्ट लाइव – पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम आते ही राजनीतिक सियासत सभी पार्टियों के बीच तेज हो गई है. सभी सियासी दलों की नजरें अब आगामी लोकसभा चुनावों पर आकर टिक गई है. कांग्रेस की पांच राज्यों में हुई शानदार जीत के बाद महागठबंधन में भी सीटों के बटवारे को लेकर आवाज उठने लगी है. अभी कुछ महीने पहले ही खबर आई थी की एनडीए में सीटों के शेयरिंग का मामला सुलझ गया है. जिसके तहत जदयू , भाजपा से अपनी शर्तों पर सीट हासिल करने में कामयाब रहा. लेकिन इसी बीच खबर यह भी है किउपेन्द्र कुशवाहा के एनडीए छोड़ने के बाद एक बार फिर से मामला राजग में उलझेगा. कहा जा सकता है की सीटों के मसले पर एनडीए के तरफ से कोई अधिकृत फैसला अभी नहीं आया है.

 

 

लेकिन इसी बीच आज मीडिया में खबर आ रही है कि महागठबंधन में भी सीटों के शेयरिंग का मामला सुलझ गया है. इसमें सबको थोड़ी-थोड़ी हिस्सेदारी रखी गई है. सूत्रों ने दावा किया है कि बिहार महागठबंधन में सीट शेयरिंग का टेंटेटिव फीगर आ गया है. इसी में एक-दो सीटें इधर से उधर हो सकती हैं. हालांकि सीट शेयरिंग पर महागठबंधन के घटक दलों में किसी ने भी अधिकृत घोषणा नहीं की है. मीडिया में आ रही खबर के अनुसार बिहार में राजद 18 से 20 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ सकता है. वहीं कांग्रेस के खाते में 8 से 12 सीटें जा सकती हैं. सूत्रों का कहना है कि इसी तरह शरद यादव की पार्टी एलजेडी और जीतनराम मांझी की पार्टी हम को 2-2 सीटें मिल सकती हैं. साथ ही सीपीएम और सीपीआई के खाते में 1-1 सीट जा सकती है.

 

बताते चलें की उपेद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा के बारे में कुछ भी नही कहा गया है. ऐसे में अगर उपेद्र कुशवाहा महागठबंधन का हिस्सा बनते हैं तो वे 4 से 5 सीटों की मांग कर सकते हैं. आपको बताते चलें की उपेन्द्र कुशवाहा एनडीए को  दो दिन पहले ही छोड़ दिए हैं. वहाँ वे पिछली लोकसभा चुनाव से कम सीट देने से नाराज थें. वे बार -बार सम्मानजनक सीटे देने की  मांग कर रहे थें.लेकिन बीजेपी उन्हें दो से अधिक सीटें देने को राजी नहीं थी. अगर पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो 2014 में महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी  राजद ने 40 सीटों में से 27 सीटो पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे थें.जबकि कांग्रेस ने 12 सीटों पर अपनी किस्मत आजमाई थी. उस समय महागठबंधन में राजद-कांग्रेस के साथ एनसीपी भी थी. लेकिन अभी सांसद तारिक अनवर एनसीपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गये हैं. आपको बताते चलें की अभी इस खबर पर महागठबंधन की मुहर नहीं लगी है. यह खबर सूत्रों के हवाले से आ रही है.लेकिन महा गठबंधन के लिए सीटों पर सभी साथियों का राजी होना इतना आसान नहीं होगा.सभी पार्टियां अधिक सीटें मांगेगी .ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा की किस पार्टी को कितनी सीटें मिलती है.

 

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