कौन अधिकारी- नेता है CM नीतीश के निशाने पर, किसको सड़ाना चाहते हैं जेल में
सिटी पोस्ट लाइव : शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अबहु आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है. उन्होंने शराबबंदी का विरोध करने वाले और शराबबंदी को फेल बताने वाले नेताओं का शराब माफियाओं का एजेंट करार दे दिया है.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को मद्य निषेध दिवस के मौके शराब के अवैध कारोबार में शामिल लोगों और अपने अधिकारियों को जेल में जीवन भर सडा देने का एलान किया है. मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को शराबबंदी में सख्ती नहीं बरतने वाले अधिकारियों को न केवल जेल भेंजने बल्कि उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर देने और जेल में जीवन भा सडा देने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो अधिकारी शराब के अवैध कारोबार में शामिल हैं या फिर शराब पी रहे हैं, उन्हें नौकरी में बने रहने का कोई हक़ नहीं है. ऐसे अफसरों को नौकरी से तत्काल बर्खास्त कर उन्हें जीवन भर के लिए जेल भेंजने की व्यवस्था की जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी को असफल बनाने के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कानून की ऐसी कठोर धाराओं का इस्तेमाल किया जाए जिससे उन्हें सबक मिले कि कि कानून तोड़ने का क्या हस्र होता है.
मुख्यमंत्री सोमवार को अधिवेशन भवन में नशा मुक्ति दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शराबबंदी को लेकर आज जैसा सख्त रवैया अख्तियार किया, वैसा पहले कभी नहीं देखा गया था. गौरतलब है कि दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री ने शराबबंदी की समीक्षा की थी. इस समीक्षा के दौरान वो इस नतीजे पर पहुंचे कि जिन अधिकारियों पर शराबबंदी को लागू करने का जिम्मा सौंपा गया है उन्होंने ठीक तरीके से इसका निर्वाह नहीं किया. पुलिसवाले बड़े शराब माफियाओं की जगह, ड्राइवर खलासी को पकड़ रहे हैं.मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को साफ़ लहजे में चेता दिया है कि केवल चपरासी और खलासी को पकड़ कर खानापूर्ति करनेवाले उनके निशाने पर आ गए हैं. सीएम ने कहा कि उनकी नजर दायें-बाएं करनेवाले अपने अधिकारियों पर है. अगर वो अभी भी नहीं चेते तो उनको भी जेल भेंजने की व्यवस्था बहुत जल्द की जायेगी.मुख्यमंत्री ने कहा कि अब उन्होंने आइजी मद्य निषेध को पूरे बिहार में कार्रवाई का निर्देश दे दिया है. वे शराबबंदी से जुड़े जिस किसी भी केस की समीक्षा करना चाहें, कर सकते हैं.
शराबबंदी की आलोचना करनेवाले विपक्ष के नेताओं पर भी नीतीश कुमार ने जमकर निशाना साधा .उन्होंने कहा कि कुछ लोग गरीबों को राजनीति का शिकार बनाते हैं और उनके बहाने उनके ऊपर पर हमला बोलते रहते हैं. मुख्यमंत्री ने शराबबंदी की वजह से बिहार के पर्यटन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने के विपक्ष के आरोप का जबाब देते हुए कहा कि बिहार में पर्यटकों की संख्या में कोई कमी नहीं आयी है. बिहार में लोग मौज मस्ती करने नहीं बल्कि बुद्ध और गांधी की धरती को नमन करने आते हैं.मुख्यमंत्री ने शराब के शौक़ीन लोगों को बिहार नहीं आने की चेतावनी तक दे डाली. उन्होंने कहा कि बिहार में शराब पीना आपके लिए बहुत महंगा सौदा साबित हो सकता है. इसके लिए जेल की हवा खानी पड़ सकती है.