पीएम को पत्र लिख कर सीएम नीतीश ने की मांग, लोहिया को मिले भारत रत्न

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोहिया को भारत रत्न दिए जाने से लेकर संबंधित एक पत्र प्रधानमंत्री को लिखा है जिसमें उन्होंने लिखा है कि लोहिया भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के योद्धा विचारक देश समाजवादी एवं प्रखर राजनेता थे डॉक्टर स्वर्गीय डॉ राम मनोहर लोहिया के महान योगदान से पूरा देश परिचित हो गया है उन्होंने लिखा है कि जब भारत को भारत छोड़कर अंग्रेजों को जाना होगा यह देश आजाद होगा यह निश्चित हो गया तो डॉक्टर लोहिया एवं श्री जयप्रकाश नारायण समेत अधिकतर समाजवादी नेताओं ने सत्ताधारी दल कांग्रेस से संबंध विच्छेद कर लिया निर्धारित नीति के अनुसार आजादी के बाद जनोन्मुखी नीतियों के लिए सड़क एवं संसद में संघर्ष का रास्ता अख्तियार किया।  नेपाल को आजाद कराने व लोकतंत्र स्थापित करने हेतु डॉक्टर लोहिया एवं जयप्रकाश नारायण की अगुवाई में सफल आंदोलन चला।

मुख्यमंत्री ने यह भी लिखा कि डॉक्टर लोहिया को अंग्रेज पुलिस ने विद्रोही आजाद वीडियो चलाने के जुर्म में गिरफ्तार किया तथा उनके संगी-साथियों की जानकारी प्राप्त हेतु लाहौर फोर्ट जेल में उन्हें यातनाएं दी रिहाई के बाद तुरंत बाद स्वास्थ्य लाभ के लिए डॉक्टर लोहिया गोवा में अपने मित्र मनीष के घर गए वहां पहुंचे जब पुर्तगाली पुलिस द्वारा किए जा रहा है अमानवीय कायदे-कानूनों की जानकारी ने रोहिया को विश कर दिया और इसके फल स्वरुप उन्होंने गोवा मुक्तिसंग्राम का आरंभ किया और इस कारण डॉक्टर लोहिया को कई बार जेल यात्राएं भी करनी पड़ी।

मुख्यमंत्री जी ने आगे लिखा कि संसद में श्री नेहरू की सरकार के प्रखर आलोचक रहे डॉ लोहिया ने गांव में स्त्रियों के लिए दरवाजा बंद शौचालयों के निर्माण की मांग तत्कालीन सरकार से करते रहे क्योंकि खुले में सोच देहात की औरतों के लिए सिर्फ शर्मनाक एवं लज्जाजनक था बल्कि उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालता था।  नेहरू विरोधी रहे डॉक्टर लोहिया ने यहां तक कहा कि यदि नेहरू जी सभी गांव के महिलाओं के लिए शौचालय बनवा दे तो मैं उनका विरोध बंद कर दूंगा।

मुख्यमंत्री जी ने डॉक्टर लोहिया के राष्ट्रीय आंदोलन पर भी अपनी बात लिखते हुए कहा लोहिया राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय योगदान कुछ पन्नों में समाहित करना संभव नहीं है डॉ लोहिया का जीवन एकदम साधन एवं सुविधाहीन रहा और श्रम लिखित पुस्तकों के ढेर के अलावा उनके पास कुछ नहीं रहा।

मुख्यमंत्री जी ने अंत में लिखा कि भारतीय स्वतंत्रता एवं लोकतंत्र वित्तीय संग्राम के इस ऑफ प्रीतम योद्धा के सम्मान में भारत सरकार द्वारा इस वर्ष डॉक्टर लोहिया की पुण्यतिथि 12 अक्टूबर को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए एवं गोवा हवाई अड्डे का नामकरण डॉक्टर राम मनोहर लोहिया हवाई अड्डा किया जाए उल्लेखनीय है कि गत वर्ष उनकी मृत्यु के 5 दशक  पूरे हुए हैं। मेरा व्यक्तिगत (मुख्यमंत्री ) अनुरोध है कि इस प्रस्ताव पर विचार कर संबंधित मंत्रालय को आवश्यक कदम उठाने हेतु निर्देश देने की कृपा करें।

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