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पुलिस लाइन बवाल: SSP मनु महाराज के नेतृत्व में SIT करेगी मामले की जांच

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पुलिस लाइन बवाल: SSP मनु महाराज के नेतृत्व में बनी एसआइटी करेगी मामले की जांच

सिटी पोस्ट लाइव :  डेंगू से हुई आरक्षी की मौत के बाद न्यू पुलिस लाइन में हुए बवाल की जांच के लिए आइजी नैय्यर हसनैन खान ने आठ सदस्यीय एसआइटी का गठन किया है. इसका नेतृत्व एसएसपी मनु महाराज करेंगे. आइजी नैय्यर हसनैन खान ने एसएसपी मनु महाराज को घटना के सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच करने का आदेश दिया है. गौरतलब है कि महिला आरक्षी सविता कुमारी पाठक की डेंगू से हुई मौत के बाद दो नवंबर को न्यू पुलिस लाइन में जवानों ने जमकर बवाल काटा था. लाइन डीएसपी मो. मसलेहउद्दीन की पिटाई के साथ ही गाडिय़ों के शीशे तोडऩे के साथ ही थाने के जरूरी कागजात आग के हवाले कर दिया था. इस दौरान राहगीरों को भी आक्रोशित जवानों ने पिट दिया था.

बवाल पर उतारू  पुलिसकर्मियों का आरोप था कि सविता काफी दिनों से बीमार थी. छुïट्टी की मांग कर रही थी. अवकाश न दिए जाने के कारण ठीक से उसका ईलाज नहीं हो सका और उसकी मौत हो गई. बवाल के बाद पुलिस लाइन से हटाए गए कर्मचारियों ने जांच पर भी सवाल उठा दिए थे.सिपाहियों का  आरोप था कि डीएसपी के करीबियों को बचाने के लिए जांच की दिशा ही बदल दी गई. कार्रवाई के लपेटे में ऐसे लोग भी आ गए, जो कार्यालय की सुरक्षा में थे या फिर बचाव में जुटे थे. पुलिस सूत्रों की मानें तो जो निलंबित हुए उनका काम अवकाश से संबंधित नहीं था, जबकि लीव स्टे देने वाले शाखा में तैनात कई पुलिसकर्मी और पदाधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई. फील्ड ट्रेनिंग में तैनात 11 लोगों पर कार्रवाई हुई, जबकि जिसकी सबसे बड़ी भूमिका रही, उन्हें छोड़ दिया गया.

न्यू पुलिस लाइन में डेंगू से हुई महिला सिपाही की मौत के बाद हुए बवाल में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. डेंगू से हुई महिला आरक्षी की मौत के बाद न्यू पुलिस लाइन में हुए बवाल की पृष्ठभूमि पहले से ही गढ़ी जा रही थी. बर्खास्त किए गए डीएसपी मो. मसेलहउद्दीन की हरकतों से महिला के साथ ही पुरुष पुलिस कर्मी भी परेशान थे. छुïट्टी न देने और छोटे-छोटे काम के लिए कर्मियों को परेशान करने की उनकी आदत से सभी परेशान थे. निलंबित जवानों का कहना है कि अवकाश देने में खेल से लेकर डयूटी को लेकर काफी दिनों से मनमानी की जा रही थी. किसी पुलिसकर्मी को 24 घंटे लगातार ड्यूटी ली जा रही थी, तो लाइन के अधिकारी के करीबियों को कोई ड्यूटी नहीं दिया जाता था. ड्यूटी से मुक्त रखने के एवज में डीएसपी वसूली भी करते थे. इसको लेकर सिपाहियों के बीच  अंदर ही अंदर आग  सुलग रही थी.मौका मिला तो वहीँ आग भड़क गई.

पुलिस लाइन प्रकरण के बाद एक वीडियो वायरल हुआ. वीडियो में भोजपुरी गाने पर डांस हो रहा है और दो युवतियां भी उसमें दिख रही हैं. वीडियो में डांस कर रही युवतियों को पटना पुलिस से जुड़ा बताया जा रहा था. मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी मनु महाराज ने वीडियो की जांच का आदेश दिया है. प्रारंभिक जांच में स्पष्ट हो गया है कि यह वीडियो पटना का नहीं है, बल्कि किसी और जिले का है. वीडियो में महिला पुलिसकर्मी भी नहीं है. एसएसपी ने बताया कि गलत संदेह और फर्जी वीडियो वायरल कर पुलिस की छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है. कई वीडियो देखे गए, जिसमें कोई सत्यता नहीं है.जोनल आइजी नैय्यर हसनैन खान ने कहा कि पुलिस लाइन में उपद्रव मामले की जांच के बाद कार्रवाई हुई है. कई और लोगों पर अभी कार्रवाई होगी. गलत संदेह और फर्जी वीडियो वायरल कर पुलिस विभाग की छवि धूमिल करने वालों को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा. अनुशासनहीनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

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