CPI की रैली में विपक्ष को एकजुट होने का संदेश, तेजस्वी खुद को किया किनारा
सिटी पोस्ट लाइव : 2019 लोक सभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. पटना का गांधी मैदान राजनीतिक अखाड़े में तब्दील हो गया है.इस मैदान में राजनीतिक दल अपना शक्ति परिक्षण लगातार कर रहे हैं. अभी कुछ ही दिन पहले पटना के गांधी मैदान में लेफ्ट की लोकतंत्र बचाओ रैली हुई थी. आज 25 अक्टूबर को एक बार फिर से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से पटना के गांधी मैदान में आयोजित रैली में पहुंचे नेताओं ने जमकर केंद्र और पीएम मोदी पर निशाना साधा.
हालांकि इस रैली में तेजस्वी के भी शामिल होने का अंदेशा लगाया जा रहा था. लेकिन भाकपा की इस रैली से तेजस्वी ने खुद को किनारा कर लिया. इसपर जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा कि लड़ाई में सबका साथ होना जरूरी है, सब मंच पर एक साथ दिखे ये जरूरी नहीं है. संघर्ष के मैदान में हम एक साथ हैं. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के प्रतिनिधि रैली में शामिल हुए हैं, इसीलिए कहीं कोई मतभेद की बात नहीं है.
बता दें कांग्रेस के वरीय नेता गुलाम नबी आजाद ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर करारा हमला किया है. पटना में लेफ्ट की रैली भाजपा हराओ-देश बचाओ रैली में पहुंचे आजाद ने कहा कि देश में किसी सीएम का अपहरण पहली बार होते देख रहा हूं. बिहार में बीजेपी ने नीतीश का अपहरण कर लिया है. आजाद ने कहा कि गांधी मैदान में ही बिहार का महागठबंधन बना था और नीतीश को सीएम बनाने का निर्णय इसी गांधी मैदान में हुआ था. आज नीतीश को छोड़कर सभी लोग एक बार फिर से मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने नया विवाह किया है. आज सब लोग मिलकर फिर नया निर्णय लेंगे.
रैली को संबोधित करते हुए भाकपा माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि मोदी और अमित शाह की सरकार राफेल घोटाले में चोरी और सीनाजोरी कर रही है. इसमें मीडिया को टारगेट किया जा रहा है. केंद्र में बीजेपी की सरकार हादसा है और पटना के गांधी मैदान में हो रही यह रैली दुबारा हादसा होने से बचाएगी. दीपांकर ने कहा कि देश में आंदोलनों का गठबंधन होना चाहिए। बिहार को बड़े गठबंधन की अगुआई करनी चाहिए. इसके लिए वामदल और समाजवादियों को एकसाथ आना होगा. बिहार हमेशा प्रयोगशाला की धरती रही है और बिहार में फिर से एक नया प्रयोग करना होगा.
इस रैली में जीतन राम मांझी, सीपीआई महासचिव सुधाकर रेड्डी, डी रजा, शरद यादव, रामचंद्र पूर्वे समेत कई नेता शामिल हुए हैं. इसके साथ ही कांग्रेस, राजद, लोकतांत्रिक जनता दल, हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा, भाकपा, माकपा और भाकपा माले के सभी प्रमुख नेता रैली में शामिल हुए. रैली में शामिल होने के लिए प्रदेश के दूर-दराज इलाकों से बड़ी संख्या में लोग गांधी मैदान पहुंचे थे. अपनी रैली में विपक्ष के सभी प्रमुख नेताओं की भागीदारी से भाकपा नेताओं में भी खासा उत्साह देखा गया, लेकिन तेजस्वी की कमी कहीं न कहीं खली. जिस पर कन्हैया कुमार ने सफाई पेश की.
कुंदन कर्ण के साथ संजीव आर्या की रिपोर्ट
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