#MeToo के लपेटे में आ गए हैं दिग्गज पत्रकार बिनोद दुआ, लगा यौन उत्पीडन का आरोप
सिटी पोस्ट लाइव : अब #MeToo कैंपेन के लपेटे में देश के हिंदी पत्रकारिता के दिग्गज बिनोद दुआ भी आ गए हैं. ‘द वायर’ यू-ट्यूब चैनल के लिए काम करनेवाले वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ अब इसके लपेटे में आ गये हैं. उनपर पत्रकार निष्ठा जैन ने एक फेसबुक पर एक लंबे चौड़े पोस्ट के जरिए आरोप लगाया है.पत्रकार निष्ठा जैन ने फेसबुक के जरिए वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए इस फेसबुक पोस्ट को लिखा है. अपने इस लंबे-चौड़े पोस्ट में उन्होने विनोद दुआ के साथ दो घटनाओं का जिक्र किया है. उन्होंने बिनोद दुआ पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है.
पहली घटना का जिक्र करते हुए निष्ठा ने लिखा ‘1989 में वह इंटरव्यू के लिए विनोद दुआ से मिली थी. विनोद दुआ ने उन्हें देखते ही एक सेक्सुअल जोक मारा. वह लिखती हैं कि उन्हें जोक याद नहीं है. लेकिन वह जोक हंसने के लायक बिल्कुल नहीं था. निष्ठा ने आगे लिखा कि जब उन्होंने सैलरी के तौर पर 5000 रुपये मांगे, तो दुआ ने उनसे कहा था- ‘तुम्हारी औकात है क्या?’ निष्ठा जैन कहती हैं कि उस दिन उनका जन्मदिन था, लेकिन इस अनुभव की वजह से उनका पूरा दिन खराब हो गया.
दूसरी घटना का जिक्र अपने पोस्ट में करते हुए निष्ठा जैन ने लिखा, ‘मुझे दूसरे ऑफिस में वीडियो एडिटर की नौकरी मिल गई. विनोद दुआ के दोस्त वहां काम करते थे. इसलिए उन्हें इस बारे में पता चल गया.’ उन्होने लिखा, ‘एक रात जब मैं अपने ऑफिस से निकलकर पार्किंग में पहुंची, तो वहां दुआ पहले से मौजूद थे. उन्होंने कहा कि वह मुझसे बात करना चाहते हैं और मुझे अपनी कार में बुलाया. मुझे लगा कि वह अपने व्यवहार के लिए माफी मांगना चाहते हैं, मैं कार में बैठ गई. इससे पहले कि मैं संभल पाती, उन्होंने मेरे साथ छेड़छाड़ करनी शुरू कर दी. मैं वहां से बाहर निकली और ऑफिस की कार से घर चली गई.’
निष्ठा ने आरोप लगाया कि इस घटना के बाद दुआ कई दिनों तक उनका पीछा करते रहे, हालांकि, बाद में उन्होंने ऐसा करना छोड़ दिया. निष्ठा ने विनोद दुआ की बेटी और मल्लिका दुआ के बीच की हुई कंट्रोवर्सी के बारे में जिक्र करते हुए लिखा है- ‘जब मैंने मल्लिका दुआ पर अक्षय कुमार के सेक्सिस्ट कमेंट के बारे में पढ़ा, तो मैंने खुद से कहा कि वह भूल गए हैं कि वह कम सेक्सिस्ट, महिलाओं से नफरत करने वाले और संभावित बलात्कारी नहीं हैं.’लेकिन तुम्हारे पिता भी दूध के धुले हुए नहीं हैं.