तितली तूफान बिहार-झारखंड के लिए तबाही नहीं राहत लेकर आएगा, झमाझम बारिश के आसार
सिटी पोस्ट लाइव : चक्रवातीय तूफान तितली से बिहार में तबाही नहीं बल्कि बहार आ सकती है. गौरतलब है कि चक्रवाती तूफ़ान तितली ने जहां तटीय उड़ीसा और आंध्र प्रदेश में चिंता बढ़ा दी है, वहीं मॉनसून की बारिश 25 प्रतिशत कम होने के बाद सूखे जैसी स्थिति का सामना कर रहे बिहार के लिए राहत बनकर आ रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक बिहार-झारखण्ड में तितली बिहार में तबाही नहीं मचाएगा बल्कि इसके असर से अगले दो दिनों में झमाझम बारिश हो सकती है. चक्रवातीय तूफान तितली ने जहां तटीय उड़ीसा और आंध्र प्रदेश में चिंता बढ़ा दी है, वहीं मॉनसून की बारिश 25 प्रतिशत कम होने के बाद सूखे जैसी स्थिति से जूझ रहे बिहार में राहत की दस्तक दी है. मौसम विभाग के मुताबिक दोनो राज्यों में तितली के असर से अगले दो दिनों में झमाझम बारिश हो सकती है.
अगले चौबीस घंटों में तूफान तितली तटीय इलाकों में दस्तक देगा. समुद्र तट पर हिट करते ही पूर्वी भारत के राज्यों में मौसम करवट लेगा. निजी संस्था स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती तूफान ‘तितली’ विकसित हुआ है, जो लगातार उत्तर और उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ रहा है.
चक्रवाती तूफान ‘तितली’ सबसे ज्यादा उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, तटवर्ती ओड़िशा और गंगीय पश्चिम बंगाल को प्रभावित करेगा. हालांकि पूर्वी भारत के बाकी हिस्सों में भी इसके चलते हल्की से मध्यम वर्षा देखने को मिलेगी. चक्रवाती तूफान तितली अगले 24 घंटों के दौरान बेहद भीषण रूप अख्तियार कर सकता है. इसके प्रभाव से बिहार और झारखंड सहित आसपास के हिस्सों पर भी आज से बादल दिखाई देने लगे है. पूर्वी झारखंड और बिहार में आज शाम से हल्की वर्षा की गतिविधियां शुरू हो सकती है. चक्रवात तितली के चलते रांची, जमशेदपुर, डाल्टनगंज, देवघर, दुमका, हज़ारीबाग, गया, नवादा, भागलपुर, पटना और आसपास के भागों सहित ज़्यादातर शहरों में सामान्य से 2 से 5 डिग्री ऊपर चल रहे तापमान में बड़ी गिरावट होगी और लोगों को गर्मी से राहत भी मिलेगी.
दोनों राज्यों में 11 और 12 अक्टूबर को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है. स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि 10 से 12 अक्टूबर के बीच बिहार और झारखंड के शहरों में बादल बने रहेंगे, तेज हवाएं चलेंगी और बारिश जारी रहेगी. इसके चलते लंबे समय से जारी भीषण रूप से गर्म और शुष्क मौसम के लंबे दौर में एक ब्रेक आएगा.