नीति आयोग के सीईओ के बयान को लेकर बिहार में बवाल .नीतीश चुप्प,जेडीयू खफा,तेजस्वी हमलावर .
सिटीपोस्टलाईव: नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान को देश के पिछड़ेपन के लिए जिम्मेवार ठहरा कर बिहार की राजनीति में बवाल पैदा कर दिया है.नीति आयोग के सीईओ के बयान से सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों नाराज है .लेकिन तेजस्वी इस बयान को आधार बनाकर नीतीश कुमार पर निशाना भी साध रहे हैं.नीत्ति के बयान पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि अज्ञानतावश बड़े ही दुर्भाग्यपूर्ण रूप से एक गैरजिम्मेदाराना बयान सीईओ ने दिया है कि बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे राज्यों ने ही देश में प्रगति की रफ्तार को कम कर दिया है.तेजस्वी ने कहा कि नीति आयोग ने एक तरह से नीतीश कुमार के बिहार मॉडल की धज्जियां उड़ा दी हैं. उन्होंने कहा कि बिहार ने एनडीए को 33 सांसद दिए हैं. सात केंद्रीय मंत्री बिहार से आते हैं और केंद्र और बिहार एक ही गठबंधन की सरकार है. फिर अधिकारी कहते हैं कि देश की प्रगति में बिहार बाधक है जहाँ बीजेपी-जेडीयू की तथाकथित सुशासन ब्राण्ड वाली सरकार है.तेजस्वी ने कहा कि नीति आयोग के इस बयान पर नीतीश कुमार जी सामने आएं और बिहार की जनता को बताएं कि नीति आयोग झूठ बोल रहा है. नीति आयोग की कड़े शब्दों में आलोचना करें.
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत के बयान पर जदयू ने आपत्ति जताते हुए कहा कि असमान विकास के लिए बिहार जिम्मेदार नहीं , बल्कि इसके ऐतिहासिक कारण हैं. नीरज कुमार ने कहा कि सभी क्षेत्रों के समान विकास से ही देश का संपूर्ण विकास हो सकता है.उन्होंने कहा कि पिछड़े राज्य की सूची में शामिल होने के बावजूद बिहार लगातार पिछले 12 सालों से विनिर्माण क्षेत्र की विकास दर में राष्ट्रीय औसत से आगे रहा है फिर देश में असमान विकास के लिए बिहार को कैसे जिम्मेवार ठराया जा सकता है.उन्होंने सवालिया लहजे में कहा – बिहार के लोग जब अन्य राज्यों के विकास में योगदान कर सकते हैं, तो फिर बिहार को क्यों नहीं विकसित किया जा सकता है ?