अतिक्रमण के खिलाफ अब सड़क पर उतर गए पप्पू यादव, कहर बरपा रही सरकार
सिटी पोस्ट लाइव : सवा सौ किलो के वजन वाला एक नेता एक दिन भी चैन से नहीं बैठता .बिहार का यह सांसद सरकार और पुलिस-प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गया है. सरकार और पुलिस की मज़बूरी है कि उसका यह संघर्ष जन-समस्याओं को लेकर होता है. जाहिर है उसे रोका नहीं जा सकता. वह किसी की सुनता नहीं, कुछ समझने को तैयार नहीं. समस्या छोटी हो या बड़ी हर जगह पहुँच जाता है.कभी बढ़ते अपराध तो कभी महिला उत्पीडन तो कभी भुखमरी तो कभी झुग्गी-झोपड़ी वालों की समस्या को लेकर आंदोलन छेड़ देता है.
ये मोटा सवा सौ किलो के वजन वाला नेता कोई और नहीं बल्कि पप्पू यादव है. जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय संरक्षक सह सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव अब झुग्गी-झोपड़ी वासियों की समस्या को लेकर पटना की सड़क पर उतर गए हैं. उनका कहना है कि पूरे राज्य भर में बिना नोटिस के हाईकोर्ट के आदेश की आड़ में झुग्गी-झोपड़ी और फुटपाथ दुकानदारों को उजाड़ा जा रहा है. सांसद ने कहा कि आज जिस प्रकार से रोजी-रोटी की समस्या तथा लोगों को बरसात के समय में खुले आसमान के नीचे रहने पर मजबूर किया जा रहा है. ये कहीं से भी उचित और मानवीय दृष्टिकोण नहीं है. ऐसा लगता है कि राज्य में लोक पर तंत्र हावी हो गया.
फुटपाथ दुकानदारों की समस्याओं को लेकर पटना के न्यू मार्केट पटना जंक्शन के समीप आयोजित महती सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अफसरशाही, गरीबों तथा आम जनता पर हाई कोर्ट के आदेश का डंडा दिखाकर मनचाहे तरीके से लोगों को उजाड़ने का काम कर रही है.उन्होंने कहा कि कायदे से इन लोगों को बसाने के लिए राज्य सरकार वैकल्पिक व्यवस्था करती. उन्होंने कहा कि जब तक इन लोगों को बसाने की व्यवस्था नहीं हो जाती है. तब तक के लिए राज्य सरकार पटना हाई कोर्ट में एक शपथ पत्र के माध्यम से समय सीमा का निर्धारण करके गरीबों के हित में बेहतर उपाय का कार्य करती और उनके बसाने की व्यवस्था करती.
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में नीतीश सरकार गरीबों, वंचितों तथा अकलियत को रोजी-रोटी के लिए पहले से ही सड़क पर ला दी है. लेकिन यह सरकार अब उन्हें भूखमरी व उनके परिवार को आत्महत्या करने को मजबूर कर रही है. अतिक्रमण के नाम पर हटाये गये फुटपाथ दुकानदारों के घरों में खाने के लाले पड़े हुए हैं. गरीब फुटपाथ पर अपनी रोजी-रोटी की समस्या को लेकर सड़कों पर आता है, तो उन्हें जबरदस्ती बिना किसी जुर्म के जेलों में बंद किया जा रहा है. जेल नहीं भेजे जाने वाले लोगों पर 5000 से अधिक का जुर्माना लगाया जा रहा है.पप्पू यादव ने कहा कि उनकी पार्टी चुप नहीं बैठेगी और इनकी समस्या को लेकर जन-आंदोलन छेड़ेगी.