करोड़ों की लागत से बन गया ओबीसी छात्रावास बना लम्पटों का ठिकाना

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सिटी पोस्ट लाइव :आरक्षण को लेकर के पूरे देश में बवाल मचा है. सारे राजनीतिक दल आरक्षण की राजनीति कर रहे हैं. लेकिन किसी को ओबीसी छात्रों की चिंता नहीं है. समस्तीपुर में ओबीसी छात्रों के लिए करोड़ों की लागत से बना छात्रावास आजतक छात्रों की  बाट जोह रहा है. समस्तीपुर जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर रोसरा के यूआर कॉलेज परिसर में करोड़ों की लागत से बना ओबीसी छात्रों का हॉस्टल अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. बिहार सरकार के तत्कालीन मंत्री स्वर्गीय पितांबर पासवान के द्वारा इस कॉलेज परिसर में ओबीसी छात्रों के लिए छात्रावास निर्माण के लिए वर्ष 2008 में आधारशिला रखी गई थी. लगभग एक करोड़ 15 लाख की लागत से ओबीसी छात्रावास का निर्माण कार्य पूरा हो गया. पानी से लेकर बिजली तक की व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई. बावजूद इसके यह छात्रावास आज तक किसी भी ओबीसी छात्र को नसीब नहीं हुआ.

ओबीसी छात्र किराए के मकान में रहने को मजबूर हैं.  छात्रों के द्वारा कई बार कॉलेज प्रशासन को इस हॉस्टल को चालू करने को लेकर पत्र लिखा गया, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने इसे जिला प्रशासन का मामला बताते हुए पल्ला झाड़ लिया. ओबीसी छात्रों के लिए बनाया गया यह छात्रावास पूरी तरह से जर्जर हो चूका है.छात्रों को यह हॉस्टल तो नसीब हुआ नहीं  असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया.

पूरी तरह से जर्जर हो चुके ओबीसी छात्रावास के संदर्भ में समस्तीपुर के जिला अधिकारी चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि भवन निर्माण विभाग के द्वारा ओबीसी छात्रावास को जिला प्रशासन को हैंडओवर नहीं किया गया है. जब तक इसे हैंडओवर नहीं किया जाता है तब तक उपयोग के लिए नहीं दिया जा सकता है. जर्जर होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि रख-रखाव का काम  भवन निर्माण विभाग का है.

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