सिटी पोस्ट लाइव : सहारा इंडिया के निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए योजना बनाकर काम करने का निर्देश बिहार सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को दे दिया है. राज्य सरकार ने अपने निर्देश में कहा है कि जिलाधिकारी अपने पॉवर का इस्तेमाल कर सहारा के निवेशकों का पैसा वापस दिलाने की दिशा में तुरत कारवाई शुरू करें.राज्य सरकार के अनुसार जिलाधिकारी इस संबंध में कारवाई करने में सक्षम हैं. बिहार पुलिस में इकोनॉमिक ऑफेंस मामलों के अपर पुलिस महानिदेशक जे एस गंगवार ने कहा कि सरकार सहारा इंडिया के निवेशकों के हितों को लेकर सावधान है. सहारा इंडिया मामले को लेकर पहले भी बैठक हुई है. आगे भी सरकार मॉनिटरिंग कर रही है.उन्होंने कहा कि सहारा इंडिया को बिहार के निवेशकों का पैसा वापस करना होगा.
इकोनॉमिक ऑफेंस मामलों के अपर पुलिस महानिदेशक जे एस गंगवार ने कहा कि परेशान निवेशकों को सरकार की पहल के बारे में विज्ञापनों के माध्यम से बताया जा रहा है. सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दे दिया गया है. उन्होंने कहा कि सहारा इंडिया किसी भी निवेशक को भुगतान से इंकार नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि ये शिकायत मिल रही है कि पैसा लौटाने की बजाय सहारा इंडिया जिस तरह से निवेशकों को दुबारा अपना पैसा निवेश करने के लिए मजबूर कर रहा है, वह गैर-कानूनी है.इस तरह की शिकायतों को सरकार गंभीरता से ले रही है.गंगवार ने निवेशकों को अपना पैसा निकालने के लिए जिलाधिकारियों से संपर्क करने की सलाह दी है.
राज्य के कई कोनों से सहारा इंडिया द्वारा निवेशकों का पैसा नहीं लौटाए जाने को लेकर हंगामा होने की खबरें भी आने लगी हैं. लोगों की शिकायत है कि उनकी पालिसी मैच्योर होने के वावजूद उन्हें पैसा नहीं मिल रहा है.एक तरफ सरकार निवेशकों के हित को लेकर गंभीर होने का दवा कर रही है, दूसरी तरफ सहारा इंडिया द्वारा लगातार निवेशकों के पैसे वापस नहीं किये जाने की शिकायतें आ रही हैं. सहारा इंडिया तो बाकायदा अखबारों में विज्ञापन देकर कह चूका है कि उसके पास निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए उसके पास फण्ड नहीं है. इतना ही नहीं, सहारा इंडिया हंगामा किये जाने पर नुकशान होने की धमकी भी निवेशकों को दे चूका है. सहारा इंडिया के इस विज्ञापन ने बिहार के निवेशकों की नींद उड़ा रखी है. वे समझ नहीं पा रहे हैं कि जमा रुपये वापस करने के बजाय सहारा इंडिया अपने निवेशकों को शांत बैठ जाने को धमका क्यों रहा है.लोग जिला मुख्यालाओं से लेकर सहारा इंडिया के पटना दफ्तर तक अपना पैसा वापस लेने के लिए चक्कर लगा रहे हैं. इस बीच ये खबर भी आ रही है कि जो लोग बड़े अधिकारियों की पैरवी लेकर पहुँच रहे हैं, उनका पैसा वापस भी हो रहा है. लेकिन जिंके पास कोई पैरवी नहीं है वो चक्कर लगा रहे हैं. गौरतलब है कि सहारा के ज्यादा निवेशक गरीब रिक्शा-ठेला चालक या मजदूर हैं.