सिटी पोस्ट लाइव : भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में आज एक साल पूरा करने के उपलक्ष्य में वेंकैया नायडू की लिखी किताब का लोकार्पण पीएम मोदी ने किया. ‘मूविंग ऑन मूविंग फॉरवर्डः ए ईयर इन ऑफिस’ के अनावरण के समय कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एचडी देवगौड़ा, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली समेत कई महत्वपूर्ण हस्तियाँ शामिल हुईं . इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साध दिया . उन्होंने कहा कि मैं अभी जो कुछ कहूँगा शायद वो सुन कर वित्त मंत्री को अच्छा नहीं लगेगा.
अरुण जेतली सामने बैठे थे और वेंकैया नायडू उनकी खिंचाई कर रहे थे. उपराष्ट्रपति ने इस दौरान कहा, “कृषि क्षेत्र को लगातार सहारा दिए जाने की जरूरत है. वित्त मंत्री भी यहां हैं. हो सकता है कि उन्हें मेरी बात अच्छी न लगे, क्योंकि उन्हें सबका ख्याल रखना पड़ता है. मगर आगामी दिनों में कृषि क्षेत्र के प्रति अधिक ध्यान देना पड़ेगा. वरना लोग इसमें लाभ न होने के कारण खेती-किसानी छोड़ने लगेंगे.”
नायडू ने कहा कि वो संसद की कार्यशैली को लेकर दुखी हैं क्योंकि वह उस तरह काम नहीं कर रही, जैसे उसे करना चाहिए. बाकी चीजों में हम आगे बढ़ रही हैं. विश्व बैंक, एशियन डेवलपमेंट बैंक और वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम जो भी रेटिंग दे रहे हैं, वे अच्छी हैं. आर्थिक मोर्चे पर जो कुछ भी हो रहा है, वह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है.” पीएम मोदी ने अपने संबोधन में एक वाकया को याद किया जब अटल बिहारी वाजपेयी पीएम थे. उन्होंने वेंकैया नायडू से कहा कि आप अपनी पसंद का मंताराली चुन लें. तो नायडू ने उस वक़्त ग्रामीण विकास मंत्रालय चुना था. पीएम मोदी ने कहा कि वेंकैया नायडू दिल से किसान हैं.