प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार पर आरोप है कि उसने थाना के कुछ पुलिसकर्मियों से संठगांठ कर कुछ ऐसे चेक के गायब होने की इंट्री स्टेशन डायरी में करवा ली, जिन चेकों के माध्यम से पटना की एक ज्वेलरी दुकान से 80 लाख रुपये के गहने खरीदे गये थे.अब यह फर्जीवाडा सामने आने के बाद उनकी गिरफ्तारी का आदेश निकल गया है .
सिटी पोस्ट लाइव: राजधानी पटना के कोतवाली थाना के स्टेशन डायरी में छेड़छाड़ और फर्जीवाड़ा करने के मामले में कांग्रेसी नेता ललन कुमार की गिरफ्तारी का आदेश निकल गया है. पटना पुलिस ललन की गिरफ्तारी के साथ साथ उसकी संपत्ति को कुर्क करने की भी तैयारी कर रही है. इस फर्जीवाड़े में शामिल दारोगा विक्रमादित्य झा और सिपाही मनोज कुमार को निलंबित कर दिया गया है. पटना डीआइजी राजेश कुमार के अनुसार दोनों के ऊपर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, कांग्रेसी नेता ललन कुमार पर आरोप है कि उन्होंने थाने के कुछ पुलिसकर्मियों से संठगांठ कर कुछ ऐसे चेक के गायब होने की एंट्री स्टेशन डायरी में करवा ली, जिन चेकों के माध्यम से पटना की एक ज्वेलरी शॉप से 80 लाख रुपये के गहने खरीदे गये थे. एसबीआई चेक बाउंस होने के बाद ललन ने साजिश रची और लालच में फंसकर सिपाही से लेकर दारोगा तक ने उसका साथ दिया. कोतवाली थाना में सनहा नंबर 1989 से जुड़े इस मामले का खुलासा होने पर थानाध्यक्ष ने कांग्रेसी नेता ललन कुमार और शक के आधार दारोगा विक्रमादित्य झा और सिपाही मनोज कुमार पर केस दर्ज कराया गया था. राज्य पुलिस मुख्यालय के एडीजी एस के सिंघल ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही थी.
गौरतलब है कि नवरत्न ज्वेलर्स के मालिक धीरज ने आवेदन दिया था कि ललन ने इसी साल सात मार्च को करीब 80 लाख के जेवर लिए और इसके बदले चेक दिया. कारोबारी ने इस चेक को 30 अप्रैल को अपने खाते में डाला तो वो बाउंस हो गया. चेक बाउंस के केस को गलत साबित करने के लिए ललन ने पुलिसवालों से मिलकर ये साबित करने की कोशिश किया कि जो चेक उसका बाउंस हुआ है, वह चोरी हो गया था .