राजनीति के अखाडा बने बिहार के शैक्षणिक संस्थान, ठप्प है पढ़ाई, जारी है बवाल

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सिटी पोस्ट लाइव( आकाश प्रत्यूष ) : बिहार के शैक्षणिक संस्थान राजनीति के अखाड़े में तब्दील होते जा रहे हैं. कॉलेज हो या फिर विश्विद्यालय हर जगह कुलपति और प्राचार्य के साथ शिक्षकों की ठन गई है. मोतिहारी  मोतिहारी के महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर पिछले कई महीनों से वीसी के खिलाफ अनशन पर बैठे हैं. उनके खिलाफ गंभीर आरोप लगा रहे हैं. शिक्षकों का आरोप है कि कुलपति मनमानी कर रहे हैं. जो शिक्षक उनके मनमानी का विरोध करता है ,उसे झूठे मुकदमों में फंसा कर या छात्राओं से छेड़खानी के झूठे आरोप लगाकर उन्हें नौकरी से निकाल रहे हैं. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के ऊपर अपने फेसबुक पर आपतिजनक टिपण्णी किये जाने को लेकर मार खाए प्रोफ़ेसर  संजय कुमार ने वीसी पर हमला करवाने का आरोप लगा दिया है. यानी शिक्षकों और वीसी के बीच चल रही इस खींचतान को लेकर अध्यापन कार्य ठप्प है.

इसी तरह से मधेपुरा मंडल विश्विद्यालय के वीसी और छात्र संगठनों के बीच ठनी हुई है. छात्र संगठन वीसी पर नियम कानून को टाक पर रखकर बहाली किये जाने के आरोप लगाते हुए विश्विद्यालय के कमर्चारियों के साथ मारपीट कर चुके हैं. वहां के वीसी छात्रों से निबटने के लिए शिक्षकों और कर्मचारियों के बीच लाठी बाँट रहे हैं. इतना ही नहीं उन्होंने ये फरमान भी जारी कर दिया है कि जो कर्मी लाठी नहीं चला सकते उनकी जरुरत विश्विद्यालय को नहीं है. यानी यहाँ के वीसी को पढ़ानेवाले शिक्षक नहीं बल्कि लाठी चलानेवाले गूंगे चाहिए . छात्र संगठनों और वीसी के बीच चल रही इस लड़ाई की वजह से विश्विद्यालय का शिक्षानिक माहौल ख़त्म हो गया है.

बेतिया के महारानी जानकी कुंवर महाविद्यालय के शिक्षकों ने प्राचार्य हरिनारायण ठाकुर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शिक्षकों ने बैठक कर प्राचार्य पर कई संगीन आरोप लगाए हैं. बैठक में हुए निर्णय से विश्वविद्यालय को अवगत करा दिया गया है. शिक्षकों ने विश्व विद्यालय को सात दिनों का अल्टीमेटम दिया है. सात दिनों के भीतर कार्रवाई नहीं होने पर सीधा एक्शन लेने का ऐलान कर दिया है. शिक्षकों की बैठक के बाद कॉलेज की राजनीति गरमा गई है. प्राचार्य फिलहाल बैकफुट पर दिख रहे हैं. शिक्षकों के आक्रोश का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जब सभी लोग आजादी के जश्न में डूबे थे. उस दिन प्राचार्य के रवैया से खफा शिक्षक कॉलेज प्रांगण में बैठक कर रहे थे. स्थानीय शिक्षक संघ बूटा इकाई के तत्वावधान में कॉलेज के वरीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर एसके शुक्ला की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में एक सुर से शिक्षकों ने प्राचार्य पर कई आरोप लगाया.

शिक्षकों ने उन पर वरीय शिक्षकों की उपेक्षा करने, कॉलेज की पूरी जानकारी नहीं होने, बिना कारण पूछे शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई करने, कॉलेज से हमेशा गायब रहने, कनीय शिक्षकों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपने सहित कई गंभीर आरोप लगाए. संघ के सचिव डॉ पीके चक्रवर्ती ने बताया कि कॉलेज शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है, ऐसी परिस्थिति में प्राचार्य की ओर से शिक्षकों को यहां से हटाने की कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि प्राचार्य ने बिना कारण पूछे ही गणित विभाग के सह प्राध्यापक एवं एनसीसी प्रभारी डॉ सुरेंद्र राय के खिलाफ विश्वविद्यालय को अनुशासनिक कार्रवाई के लिए पत्र लिख दिया जो कहीं से जायज नहीं है. उन्होंने कहा कि प्राचार्य को कॉलेज के प्राध्यापकों के बावत जानकारी नहीं . भूगोल विभाग में तीन-तीन प्राध्यापक के रहते हुए हिस्ट्री  के प्राध्यापक डॉ शैलकुमारी को भूगोल विभाग का इंचार्ज बना दिया गया है. इतना ही नहीं शैलकुमारी वर्मा को पूरे आर्ट फैकल्टी का तथा डॉ ओपी गुप्ता को पूरे साइंस फैकल्टी का इंचार्ज बना दिया गया है.

आर्ट्स और साइंस फैकल्टी में कई वरीय शिक्षकों के रहते हुए कनीय शिक्षकों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा रही है.सचिव ने कहा कि प्राचार्य अक्सर कॉलेज से गायब रहते हैं और इसकी सूचना भी शिक्षकों को नहीं देते हैं. प्राचार्य अपने द्वारा जारी अलग-अलग पत्रों में विरोधाभासी निर्णय लेते हैं जिससे कॉलेज में नियम कानून का पालन करना कठिन हो गया है. प्राचार्य की इस रवैया के कारण शिक्षा का यह मंदिर भंवर जाल में फंस गया है. इसका सीधा असर पढ़ाई और परीक्षा पर पड़ा रहा है.

शिक्षको –छात्रों की वीसी और प्राचार्य के साथ चल रही इस लड़ाई में अब राजनीतिक दल भी कूद गए हैं. मोतिहारी में प्रोफ़ेसर की पिटाई का मामला तो टूल पकड़ ही चूका है और बेतिया में कॉलेज के प्रिंसिपल पर हमले को लेकर भी विपक्ष नीतीश कुमार पर निशाना साध रहा है. तेजस्वी ने सीएम नीतीश कुमार से कहा है कि कुछ लोकलाज बची है तो कार्रवाई कीजिए. तेजस्वी ने ट्विट किया है-“ नीतीश जी, बिहार में ये क्या नंगा नाच हो रहा है? मोतिहारी में प्रोफ़ेसर के बाद बेतिया में प्राचार्य हरिनारायण ठाकुर जी पर भी हमला हुआ है. संघी गुंडों ने उत्पात मचाया हुआ है. आपने कानों में रुई तो पहले ही डाल ली थी अब आँखों का पानी भी सूख गया है. कुछ लोकलाज बची है तो कारवाई करिए”. तेजस्वी ने अपने ट्वीट में आगे लिखा है कि नीतीश जी, बिहार में ये क्या नंगा नाच हो रहा है? मोतिहारी में प्रोफ़ेसर के बाद बेतिया में प्राचार्य हरिनारायण ठाकुर जी पर भी हमला हुआ है. संघी गुंडों ने उत्पात मचाया हुआ है. आपने कानों में रुई तो पहले ही डाल ली थी अब आँखों का पानी भी सूख गया है. कुछ लोकलाज बची है तो कारवाई करिए.

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