सिटी पोस्ट लाइव : भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने केरल में बाढ़ पीड़ितों और संकटग्रस्त राज्य को वापस पटरी पर लाने के लिए दो करोड़ दान में देने की घोषणा की है. एसबीआई ने अपने सभी 270,000 कर्मचारियों को मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष (सीएमडीआरएफ) में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया है और बैंक इसके बराबर राशि का योगदान देगा.
इसके साथ ही बैंक ने राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शाखाओं और एटीएम के काम को बहाल करने के प्रयासों के अलावा बाढ़ से राहत के लिए ऋण देने, डुप्लीकेट पासबुक, एटीएम कार्ड, चेक बुक सेवाओं और ईएमआई में देरी होने पर शुल्क में छूट देने की भी घोषणा की है. इसके अलावा एसबीआई ने सीएमडीआरएफ को भेजी गई निधि पर लगने वाले सभी शुल्कों को छोड़ने का भी फैसला किया है. बैंक ने एक महीने के लिए राहत देते हुए मौजूदा ग्राहकों के एक्सप्रेस क्रेडिट को बढ़ा दिया है. पीओएस पर नकदी देने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है, ताकि लोग राज्य में दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 2,000 रुपए का लाभ उठा सकें.
आपको बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोच्चि में मुख्यमंत्री विजयन सहित कुछ आला अधिकारियों के साथ हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया. इसके साथ ही बाढ़ से राहत के लिए 500 करोड़ के पैकेज का ऐलान किया है. बाढ़ में मरने वालों के परिजनों को 2 लाख रुपए और गंभीर रूप से जख्मी लोगों के लिए 50 हजार रुपए मुआवजे के तौर पर देने की घोषणा की है. राज्य के मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारियों के साथ हुई बैठक में पीएम मोदी ने बाढ़ में हुईं लोगों की मौतों पर दुख व्यक्त करते हुए हर संभव मदद करने की बात कही है. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी केरल की बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है.उन्होंने ट्विटर के जरिए प्रधानमंत्री से अपील करते हुए कहा, “डियर पीएम, प्लीज केरल की बाढ़ को बिना किसी तरह की देरी किए हुए राष्ट्रीय आपदा घोषित कीजिए. हमारे लाखों लोगों का जीवन, आजीविका और भविष्य दांव पर लगा हुआ है.”
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