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1991: ए लव स्टोरी ऑफ़ हॉट गर्ल मनीषा दयाल, मैट्रिक में ही हो गया था ग्रेजुवेट से प्यार

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की राजधानी पटना के राजीव नगर शेल्टर होम’ आसरा’ की संचालिका मनीषा केवल पेज थ्री पार्टी की हॉट वीमेन नहीं थी बल्कि उनकी एक हॉट लव स्टोरी भी है. मनीषा को 12 वीं कक्षा में ही यानी 16 वर्ष की उम्र में ही एक ग्रेजुएट के साथ प्रेम हो गया था. यह प्रेम प्रसंग उस समय के नौजवानों के बीच चर्चा का विषय था. फिर यह प्यार परवान चढ़ा और मनीषा ने 1996 में 11 फरवरी को अपने प्रेमी के साथ प्रेम विवाह कर लिया. प्रेम विवाह के बाद वह कुछ दिनों तक अपने प्रेमी ( पति ) के साथ रही.लेकिन एनजीओ बनाने के बाद वह पति से दूर होती गई. अब उसका दायरा बहुत बढ़ गया था .वह अब राजनीतिक और नौकरशाही के गलियारों में इस कदर व्यस्त हो गई कि उसे घर लौटने के लिए समय नहीं मिल पाता था. फिर उसने पटना सिटी में अपने पति और बच्चों को छोड़कर बोरिंग केनाल रोड में रहने लगी.

अपने एनजीओ और उसके लिए फण्ड के जुगाड़ में नौकरशाही और राजनीतिक गलियारों का चक्कर लगाने के बाद जब भी उसे समय मिलता था ,वह अपने बच्चों से मिलने अपने घर पहुँच जाती थी. फिर शुरू हो जाती थी भागदौड़ और पार्टी वार्टी का दौर .यह पार्टी- सार्टी उसे इतना जमा क्योंकि इस दौरान वह कई  बड़े रसूख वाले नेताओं और नौकरशाहों के संपर्क में आने लगी. अब उसे पॉवर का मजा मिलने लगा था. नौकरशाही से लेकर राजनीतिक गलियारे में उसका प्रभाव बहुत बढ़ गया था. फिर क्या था उसने दो साल में ऐसी छलांग लगाया कि सब देखकर हैरान थे.लेकिन परेशान कोई नहीं था. मनीषा सबको प्रिय थी. उसकी मदद सब करना चाहते थे .

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मनीषा के पति को लेकर चाहे जो भी चर्चा आज हो रही हो, उसके पति राजीव वर्मा का कहना है कि वो दूर रहते हुए भी हमेशा उनके करीब रही. उन्होंने अपने बीच के संबंधों को लेकर मीडिया में चल रही चर्चा को महज अफवाह बताते हुए कहा कि आज भी मनीषा उनकी ही है. लेकिन वो नहीं जानते कि मनीषा के कितने हाई कनेक्शन थे. उन्हें बस इतना भर पता है कि वह कोई एनजीओ चलाती थी और उसी काम में हमेशा बीजी रहती थी. राजीव वर्मा पटना सिटी के बदर घाट में गारमेंट्स का बिजनेस करते हैं.मनीषा तो बिजी रहती है इसलिए उन्हें ही अपने दो बेटों का ध्यान रखना पड़ता है. बड़ा बेटा 12वीं और छोटा बेटा 8वीं का छात्र है.राजीव वर्मा अभी भी मनीषा को निर्दोष मानते हैं. उन्हें पूरा विश्वास है कि वह बेदाग़ होकर निकलेगी.यानी इतना कुछ हो जाने के वावजूद मनीषा का प्यार और परिवार दोनों सलामत है.

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