एक नहीं सात संस्थान चलाती थी मनीषा दयाल, कल्याण विभाग था विशेष मेहरबान

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव :बिहार की राजधानी पटना के के नेपाली नगर स्थित आसरा शेल्टर होम में दो युवतियों की मौत के मामले में गिरफ्तार मनीषा दयाल को पटना पुलिस ने रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दिया है. मनीषा और एवीएन स्कूल के मालिक के बेटे को तीन दिनों की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. संस्थान की कोषाध्यक्ष मनीषा दयाल को ले एक और बड़ा खुलासा हुआ है. समाज कल्याण विभाग उसके ऊपर इतना मेहरबान था कि नियम कानून को ताक पर रख उसे सात संस्थान चलाने को दे दिया था. वह  बचपन में डॉक्‍टर बनना चाहती थी, लेकिन एनजीओ संचालिका बन गई. वह दो संपर्क नंबरों से एक नहीं बल्कि सात संस्थानों का संचालन करती थी.

शेल्टर होम का संचालन ‘अनुमया ह्यूमन रिसोर्स’  संस्था के तहत हो रहा था. इसका कॉरपोरेट ऑफिस बोरिंग रोड स्थित कृष्णा अपार्टमेंट के प्रथम तल (ई-11)  पर था. मनीषा के जेल जाने के बाद सोमवार को इस कार्यालय में ताला लटक गया। कर्मचारी रफूचक्कर हो गए.कृष्णा अपार्टमेंट स्थित कॉरपोरेट ऑफिस का नंबर- 9334145017 और दूसरा नंबर- 7260867910 सभी जगह दर्ज हैं. इन नंबरों पर संचालित होने वाले संस्थानों में एवीएन इंग्लिश स्कूल, एवीएन सॉल्यूशन, बड्डी कैपिटल, अनुमया ह्यूमन रिसोर्स और कॉरपोरेट क्रिकेट लीग के अलावा पिंकशी फाउंडेशन के नाम शामिल हैं. इन सभी संस्थानों के बोर्ड एक ही जगह लगे हैं. अनुमया फाउंडेशन के साथ सभी कार्यालय बंद हो गए हैं.

गया जैसे छोटे से शहर में पली-बढ़ी मनीषा ने वहां से इंटरमीडिएट करने के बाद 1995-96 में पटना का रूख किया. उस दौर में मनीषा डॉक्‍टर बनाना चाहती थी. लेकिन किसमत को कुछ और मंजूर था. पटना में मनीषा ने एनजीओ में बतौर कर्मचारी कॅरियर की शुरुआत की. कुछ दिनों में अपनी ‘प्रतिभा’ के बूते कई संस्थानों की संचालिका बन गई. वह आत्मा फाउंडेशन की बोर्ड मेम्बर, भामाशाह फाउंडेशन ट्रस्ट की सदस्य, स्पर्श डी-एडिक्शन एंड रिसर्च की सदस्य और पिंकशी फाउंडेशन की प्रदेश अध्यक्ष बन गई. यह फाउंडेशन दिल्ली से महिलाओं की पत्रिका भी प्रकाशित करती है. खुद के बूते ‘अनुमया ह्यूमन रिसोर्स फाउंडेशन’ की निदेशक के रूप में समाज कल्याण विभाग से स्वीकृत शेल्टर होम की संचालिका बन गई.

राजधानी में महिलाओं के लिए मेला, फैशन शो और कॉरपोरेट क्रिकेट लीग के आयोजन से मनीषा दयाल की एक हॉट वीमेन की पहचान बन गई थी. पटना में होनेवाली पेज थ्री पार्टी की वह शान बन गई थी. एवीएन स्कूल और एवीएन सॉल्यूशन के बैनर तले जेईई एडवांस, एमबीए, मेडिकल सहित प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी यहां लोगों को आमंत्रित किया जाता था. एवीएन स्कूल के संचालक से मनीषा का कनेक्शन उनके कॉरपोरेट ऑफिस से जुड़ा हुआ है.अब पुलिस की नजर एवीएन स्कूल पर भी है. ऐसा माना जा रहा है कि मनीषा ने एवीएन स्कूल में भी अच्छा ख़ासा निवेश कर रखा है.

Share This Article