सिटी पोस्ट लाइव : जन अधिकार पार्टी राष्ट्रिय अध्यक्ष मधेपुरा सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह महा-रेपकांड को लेकर एकबार फिर से बवाली बयान दे दिया है.उन्होंने कहा है कि बात मासूमों की अस्मत लूटने और व्यापार करने वाले दरिंदों की है. सो, कोई समझौता नहीं हो सकता. मैंने पहले भी कहा है और आज भी दोहरा रहा हूँ कि मेरे सामने कोई बहन-बेटी की इज्जत लूटने की कोशिश करे, तो कानून के आने का इंतजार नहीं करुंगा, सीधे खत्म कर दूंगा दरिंदे को . पप्पू यादव अपने फेसबुक पर लिखते हैं- ‘मुझे पता है कि मेरी बातें बहुतों को खराब लगती है . लेकिन सच बोलता हूं, इसलिए किसी की परवाह नहीं करता . बात मासूमों की अस्मत लूटने और व्यापार करने वाले दरिंदों की है . सो, कोई समझौता नहीं हो सकता . मैंने पहले भी कहा है और आज भी दोहरा रहा हूँ कि मेरे सामने कोई बहन-बेटी की इज्जत लूटने की कोशिश करे, तो कानून के आने का इंतजार नहीं करुंगा, सीधे खत्म कर दूंगा दरिंदे को .
पप्पू यादव ने कहा कि शनिवार को मुजफ्फरपुर जेल में हुई रेड में महापापी ब्रजेश ठाकुर के पास से किस मंत्री का नंबर मिला है?, अब भी मुजफ्फरपुर महापाप के महापापी ब्रजेश ठाकुर के पास से जेल के भीतर मंत्री और दूसरे रसूखदारों के मोबाइल नंबर की लिस्ट जब्त हो रही है . जाहिर तौर पर, यह लिस्ट मददगारों की है .वह जेल के भीतर से अपने मददगारों से बात कर रहा है.सीबीआई को भी समझने की जरुरत है . पटना हाई कोर्ट से भी कहेंगे . इस महापाप की जांच को समाज के प्रति जवाबदेह जांच बनाने की जरुरत है . जब सरकार संपोषित संस्थान में मासूमों की इज्जत लूटी जाए और कारोबार हो, तो सिस्टम बच कहाँ जाता है . इसलिए, बिलकुल साफ तौर पर जो भी ब्रजेश ठाकुर का मददगार रहा है, उसे नंगा किया जाए . कोई पिक एंड चूज करने की जरुरत नहीं है . जेल में बंद ठाकुर के पास मिले चिठे में किसका-किसका नंबर मिला, यह बिहार की पब्लिक को जरुर बताया जाए.
गौरतलब है कि कल मुजफ्फरपुर जेल में हुई छापेमारी के दौरान ब्रजेश ठाकुर के पास से एक पर्ची वरामद होने की खबर आई है जिसमे एक मंत्री समेत 40 लोगों के नाम हैं. अब यह लिस्ट मुजफ्फरपुर पुलिस के पास है. सीबीआई इस पर्ची को अपनी जांच में शामिल कर सकती है.पप्पू यादव को बखूबी पता है कि उनके बावली बयान को लेकर बवाल मचना तय है लेकिन वो बलात्कारियों को सीधे सन्देश देना चाहते हैं कि अब बहुत हो गया. अगर पकडे गए तो जनता खुद फैसला करेगी कानून और पुलिस का इंतज़ार नहीं करेगी.