सिटी पोस्ट लाइव: एक तरफ आरजेडी की तरफ से मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप्कांड कांड के प्रमुख अभियुक्त ब्रजेश ठाकुर के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशिल मोदी के करीबी होने का आरोप लगाया जा रहा है दूसरी तरफ ब्रजेश ठाकुर के साथ आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की वायरल हो रही है. इस तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया पर खूब प्रतिक्रिया दी जा रही है .इस तस्वीर पर लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने सफाई दी है. तेजस्वी ने कहा कि जो फोटो वायरल हुआ है वह 1990 के दशक का है और ब्रजेश ठाकुर एक संवाददाता प्रतीत हो रहे हैं. साथ ही उनके पास उस समय गैर सरकारी संगठन भी नहीं था. उन्होंने कहा कि तस्वीर हाइलाइट कर सरकार ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है.
तेजस्वी यादव ने कहा है कि मेरे पिता के साथ यह तस्वीर उस समय की है ,जब ब्रजेश ठाकुर एक मामूली रिपोर्टर था. लेकिन नीतीश कुमार और सुशिल मोदी के साथ तो वह रोज उठता बैठता था.तेजस्वी ने कहा कि उनकी सरकार ने बेटियों का रेप कराने के लिए लाखों का ठेका नहीं दिया था जिस तरह से नीतीश सरकार ने उसे दे रखा है. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश सरकार के खिलाफ और मुजफ्फरपुर मामले में आगामी 4 अगस्त को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देंगे. उन्होंने इसकी जानकारी अपने ट्वीट पोस्ट में देते हुए सभी से इस धरना में सहयोग करने के लिए अनुरोध किया है.
लेकिन सोशल मीडिया पर लालू यादव के साथ ब्रजेश ठाकुर की इस तस्वीर के वायरल होने के बाद अब सत्ता पक्ष भी विपक्ष पर भी हमला बोल रहा है. कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार से भी पहले लालू यादव से ब्रजेश ठाकुर के अच्छे संबंध थे और उसे सरकारी अनुदान दिया जा रहा था.जाहिर है ऐसे लोग जिसकी सत्ता होती है, उसी के करीब हो जाते हैं.वैसे भी सत्ता का चरित्र एक ही होता है. जब प्रभु सत्ता के शीर्ष पर बैठा रहता है तो उसे अपने लोगों का बड़ा से बड़ा अपराध भी एक मामूली भूल लगती है और विरोधी की एक छोटी सी भूल भी बहुत बड़ा अपराध नजर आता है.