सिटी पोस्ट लाइव: लोक सभा चुनाव से पहले बिहार समेत पुरे देश को रेलवे ने एक बड़ा तोहफा देने का एलान कर दिया है. देशभर में रेल नेटवर्क का जाल बिछाने के लिए हर राज्य में रेल लाइनों के विस्तार से संबंधी आंकड़ा संसद में बुधवार को रेल राज्यमंत्री राजेश गोहेन ने सबके सामने रखा. रेल राज्यमंत्री ने कहा कि रेलवे परियोजनाओं के पूरा होने के लिए राज्य सरकार के विभिन्न विभागों और केंद्रीय मंत्रालयों जैसे भूमि अधिग्रहण, वन और वन्यजीवन जैसी वैधानिक मंजूरी, उपयोगिताओं के स्थानांतरण आदि की मंजूरी की आवश्यकता है. रेलवे बजट में नई लाइनें बनाने का निर्णय किया गया है.
बिहार के रक्सौल और नरकटियागंज के बीच ब्राड गेज में बदली गई 42 किमी लंबी रेललाइन पर पहली बार पैसेंजर ट्रेन चलेगी. रक्सौल व नरकटियागंज के बीच छोटी लाइन थी, जिसके कारण ट्रेनों का परिचालन पूरे रफ्तार में नहीं हो पाता था. कोसी की बहुप्रतीक्षित सुपौल-अररिया रेललाइन निर्माण कार्य भी शुरू होगा. 1602 करोड़ की लागत से 92 किलोमीटर लंबी नयी रेल लाइन के तहत 12 नये स्टेशन बनाये जायेंगे. दो नये हॉल्ट की भी स्थापना की जायेगी. इस नयी रेललाइन के बन जाने के बाद अररिया तक रेल सेवा से जुड़ जायेगा. इतना ही नहीं बल्कि बिहार में 34 नई रेल लाइन बनाए जाने की परियोजना भी है.
बुधवार को रेलवे मंत्री ने कहा कि रेलवे ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत 2017-18 में 21 ग्रीन कोरिडोर बनाए. स्वच्छ भारत मिशन के तहत भारतीय रेलवे अपने कोचिंग स्टॉक में जैव-शौचालयों को बढ़ा रहा है ताकि कोच से ट्रैक पर कोई मानव अपशिष्ट नहीं छोड़ा जा सके.राज्य रेलमंत्री ने कहा कि जैव-शौचालयों के फिटनेस के फायदे के प्रदर्शन के लिए 2016-17 में छह ग्रीन कोरिडोर कार्यान्वित किए गए और 2017-2018 में 21 कार्यान्वित हुए.रेल मंत्री के असम और उत्तर पूर्वी क्षेत्र में 15, आंध्र प्रदेश- 18, बिहार- 34, छत्तीसगढ़- 8, दिल्ली- 1,गुजरात-4, हरियाणा- 7, हिमाचल प्रदेश- 4, जम्मू एवं कश्मीर-1, झारखंड- 14,कर्नाटक- 16, केरल- 2, मध्यप्रदेश- 8, महाराष्ट्र- 12, ओडिशा- 10, पंजाब-10, राजस्थान-10, तमिलनाडु- 8, उत्तर प्रदेश- 15, उत्तराखंड- 3, पश्चिम बंगाल- 18 नयी रेल लाइन परियोजनाओं पर कम शुरू होगा.