सिटी पोस्ट लाइव( अंजलि श्रीवास्तवा): बिहार के मुजफ्फरपुर के चर्चित बालिका गृह यौन उत्पीड़न कांड के मास्टरमाइंड ब्रजेश ठाकुर की सबसे राजदार मधु का अबतक कोई सुराग नहीं मिला है.मुजफ्फरपुर पुलिस तो इसे खोज नहीं पाई ,अब सीबीआई इसे खोज रही है.यह मधु बालिका गृह की कर्ता-धर्ता थी. मधु की गिरफ्तारी से बालिका गृह सेक्स स्कैंडल का राज खुल सकता है.चिल्ड्रन होम में रहने वाली लड़कियों ने भी मधु नाम की महिला का जिक्र किया है.यह अक्सर चिल्ड्रन होम के कामकाज का जायजा लेने के लिए वहां मौजूद रहती थी. हैरत की बात ये है कि ब्रजेश ठाकुर के इस सबसे बड़े राजदार का खिलाफ पुलिस ने अबतक कोई मामला दर्ज नहीं किया है. लेकिन पुलिस की केस डायरी में उसका जिक्र है.
ठाकुर समेत दस लोगों की गिरफ्तारी के बाद मधु के बारे में मिले अहम सुरागों ने पुलिस को चौंका दिया. पुलिस ने मामला दर्ज होने के लगभग 58 दिन बाद मधु की तलाश में जोरदार छापेमारी शुरू की लेकिन अबतक वह हाथ नहीं आई है. पुलिस के बाद अब सीबीआई के लिए भी मधु की तलाश इस कांड में अहम बन गयी है. कुछ स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, वो भूमिगत हो चुकी है और बिहार की सीमा से बाहर नेपाल जा चुकी है. ब्रजेश ठाकुर की मदद से मधु के तार सियासी और प्रशासनिक महकमों से जुड़े हैं. ठाकुर की गैर मौजूदगी में वही उसके एनजीओ सेवा संकल्प एवं विकास समिति का कामकाज देखती थी. यही एनजीओ साहू रोड में चिल्ड्रन होम का संचालन कर रही थी. मधु संस्था का अघोषित डायरेक्टर थी.
वकालत की पढ़ाई कर चुकी मधु को टेंडर हथियाने वाली महिला के तौर पर भी जाना जाता है.मधु ही वो राजदार है, जो पिछले 30 सालों से ब्रजेश ठाकुर की सबसे नजदीक रही है. वह पहले ब्रजेश के पिता से जुडी थी .जब 2013 में चिल्ड्रन होम से तीन लड़कियां गायब हो गई थीं तब भी पूरे मामले की सूचना देने से लेकर दस्तावेज प्रबंधन का काम मधु ने ही किया था.मधु पिता का साया उठने के बाद अपनी मां के साथ मुजफ्फरपुर के चर्चित चतुर्भुज स्थान में रहने लगी.यह ईलाका पुरे देश भर में रेड लाइट एऱिया के रूप में जाना जाता है. मधु पहले ब्रजेश के पिता के समपर्क में आई फिर आगे चलकर वह ब्रजेश ठाकुर की बेहद करीबी बन गई. मधु ब्रजेश के एनजीओ के लिए अधिकारियों के बीच लाइजनिंग का काम करती थी.
मधु का इस्तेमाल कर ब्रजेश ने अधिकारियों से अपने काम निकलवाये और अपनी संस्था और अखबार के लिए खूब धन का इन्तेजाम किया. मधु को लेकर ब्रजेश ठाकुर के पारिवारिक जीवन में भी उथल-पुथल मचने की खबर है. कई बार मधु को लेकर ब्रजेश ठाकुर का पत्नी के साथ विवाद हुआ. ब्रजेश ठाकुर ने मधु को पहचान दिलाने के लिए चतुर्भुज स्थान में ही वामा शक्ति वाहिनी के नाम से एक और स्वयंसेवी संगठन बनाया और मधु को इसका निदेशक बना दिया.पीड़ित लड़कियों के बयान और चिल्ड्रन होम से जुड़े अन्य लोगों के मुताबिक, यौन शोषण कराने में मधु मुख्य किरदार निभाती थी. मुजफ्फरपुर और पटना से लेकर नई दिल्ली तक में अधिकारियों और नेताओं के पास लड़कियों को पहुंचाने में मधु का किरदार अहम था.