परीक्षा देने के लिए छात्र क्या प्रधानमंत्री और रेलमंत्री के माथे पर बैठकर जायेंगे : पप्पू यादव
सिटी पोस्ट लाइव : रेलवे की ग्रुप C की परीक्षा है. परीक्षा की तारीख 9 अगस्त है. इस परीक्षा में लगभग 48 लोग भाग ले रहे हैं. लेकिन उनकी परेशानी ये है कि रेलवे ने उनके परीक्षा केंद्र सैकड़ों किलोमीटर दूर दूसरे राज्यों में दे दिया है. ग्रुप सी की परीक्षा के लिए दूसरे राज्यों में जाना अभ्यर्थियों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती बन गई है. अभ्यर्थी रेलवे की इस गुंडागर्दी से परेशान हैं और उन्होंने परीक्षा केंद्र अपने होम स्टेट में देने की मांग कर रहे हैं. लेकिन रेलवे उनकी परेशानियों को दूर करने की बजाय सफाई देकर पल्ला झाड लिया है. वहीँ इस मामले में बिहार के मधेपुरा सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा की हम इस मामले को 31 जुलाई को लोकसभा में उठाएंगे, यदि तुरंत इसका समाधान नहीं निकाला गया तो आगामी 1 अगस्त को बिहार में रेल चक्का जाम किया जाएगा.
बता दें रेलवे ग्रुप सी ( टेक्निकल व असिस्टेंट लोको पायलट ) की परीक्षा के लिए जारी हुए परीक्षा केंद्र को लेकर पूरे देश भर में हो हल्ला मचा हुआ है, और विभिन्न नेता ने इस पर राजनीति करनी भी शुरू कर दी है. पप्पू यादव ने रेलवे परीक्षा सेंटर को दूर भेजने को लेकर प्रधानमंत्री और रेल मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि रेलवे परीक्षा के बहाने बिहार ही नहीं हिंदी प्रदेश के लाखों परीक्षार्थियों को परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस तरह की परेशानी के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल माफी के योग्य नहीं हैं . उन्होंने कहा कि पीएम और रेल मंत्री ये बताएं कि जिन गरीब छात्रों के पास फॉर्म भरने के पैसे नहीं थे, उन्होंने किसी प्रकार से इस उम्मीद से फॉर्म भरा कि शायद उन्हें इस बार नौकरी मिल जाए. लेकिन केंद्र की सरकार ने उनके जले पर नमक छिडकने का काम किया है.
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि सेंटर दूर हो जाने के कारण ट्रेन में टिकटों के लिए मारामारी चल रही है. टिकट नहीं मिल रही है ऊपर से परीक्षार्थियों की संख्या के हिसाब से गंतव्य शहरों तक जाने के लिए पर्याप्त ट्रेन भी नहीं है और ना हीं गरीब छात्रों के पास उतने पैसे हैं. तो केंद्र ये बताये कि ये छात्र आखिर कैसे जायेंगे, क्या वो प्रधानमंत्री और रेलमंत्री के माथे पर बैठकर परीक्षा देने जाएंगे. उन्होंने कहा कि यदि छात्र किसी तरह से जाने की सोंच भी लिए तो उन्हें ट्रेन में जगह नहीं मिलेगी, तो किसी तरह पहुंचने के लिए मारामारी होगी. उन्होंने कहा कि जब इस तरह की भीड़भाड़ होगी तब सब बिहार पर निशाना साधेंगे कि बिहार के छात्र बवाल काटते हैं.