जोगिंदर जिसे 26 साल में भी पुलिस पकड़ नहीं पाई, आज कर दिया सरेंडर

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव: बिहार के पश्चिम चंपारण के बगहा के कुख्यात अपराधी योगिंदर चौधरी ने पुलिस के समक्ष आत्म-समर्पण कर दिया. गौरतलब है कि  हत्या-अपहरण के दर्जनों मामले में वांछित यूपी और बिहार पुलिस के 26 सालों से सर दर्द बने इस  शातिर इनामी बदमाश के सर पर 50 हजार रुपये का ईनाम था. अपराध करने के बाद यह शातिर नेपाल में छुप जाता था. अबतक दर्जनों अपराधिक वारदातों को अंजाम देने के वावजूद यह आजतक पुलिस गिरफ्त में नहीं आया था. अपराध की दुनिया के इस बेताज बादशाह के आत्म-समर्पण को राजनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है. सूत्रों के अनुसार यह अब विधान सभा चुनाव लड़ना चाहता है.उसने अपनी राजनीतिक मंशा जाहिर भी कर दिया. सबके लिए आतंक बना यह अपराधी सरेंडर करने के बाद बगहा के लोगों का अभिवादन करते नजर आया.

इसके आत्म-समर्पण की खबर के बाद उसे देखने के लिए ठीक उसी तरह भीड़ उमड़ पडी जैसे किसी बाहुबली नेता को देखने पहुँचती है. इस कुख्यात  योगिंदर से मिलने के लिए एसपी कार्यालय के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई. बगहा पुलिस के रिकॉर्ड में अब तक 27 कांडों में जोगिंदर के नामजद होने का प्रमाण मिला है. बिहार पुलिस ने इस अपराधी के खिलाफ पर 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था. वहीं, यूपी पुलिस को भी इनाम घोषित कर इस अपराधी की तलाश थी.

चंपारण में अपहरण के बाद फिरौती मांगने का जो सिलसिला शुरू हुआ था उसका एक सूत्रधार जोगिंदर भी माना जाता है. इस अपराधी पर दो दर्जन से अधिक बड़े कारोबारियों और किसानों ने अपरहण कर फिरौती वसूली करने का आरोप है. पुलिस को 3 बार योगिंदर चौधरी ने साथियों के साथ मिलकर खदेड़ दिया था. पुलिस पर कभी वर्चस्व तो कभी चकमा देकर अपराध की दुनिया में परचम लहराने वाला योगिंदर पड़ोसी देश नेपाल में संरक्षण लेता था. अपराध करने के बाद योगिंदर नेपाल में पहुंचकर आम नागरिक की जिन्दगी जीने लगता. कानून की शरण में आकर समर्पण करने वाल इस अपराधी को 26 सालों में पुलिस नही पकड़ सकी.लेकिन आज उसने खुद आत्म-समर्पण कर राजनीति में आने की तैयारी शुरू कर दी है.

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