सहरसा : वर्षों से चल रहे टिकट दलाली का भंडाफोड़, 6 दलाल आरपीएफ के कब्जे में

City Post Live - Desk

सहरसा : वर्षों से चल रहे टिकट दलाली का भंडाफोड़, 6 दलाल आरपीएफ के कब्जे में

सिटी पोस्ट लाइव स्पेशल : रेल मंत्रालय और जीएम के हस्तक्षेप के बाद सहरसा में बीते कई वर्षों से टिकट के गोरखधंधे का खुलासा हो रहा है। विगत सप्ताह भर से टिकट माफियाओं के विरूद्ध चल रहे छापेमारी अभियान से चारो तरफ हड़कंप मच गया है। सहरसा में लगातार हो रही कारवाई से रोज नए-नए टिकट माफियाओं के रैकेट उजागर हो रहे हैं। अभीतक 6 मुख्य दलाल आरपीएफ के द्वारा दबोचे जा चुके हैं। अचानक टिकट माफियाओं की आयी बाढ़, इस बात की खुले तौर पर तकसीद कर रही है कि स्थानीय सहरसा रेलवे के पूरे सिस्टम और प्रशासन के इशारे और संलिप्तता से टिकट दलाली का यह अवैद्य कारोबार व्यापक पैमाने पर फल-फूल रहा था। चूंकि अब इस मसले पर हाईकमान शख्त है,तो सहरसा रेल के अधिकारी अपने मित्र दलाल की गिरफ्तारी से भी बाज नहीं आ रहे हैं।

आखिर गाज खुद के ऊपर कौन गिरने देगा साहेब। जो टिकट की दलाली खुद से करा रहे थे,वे आज गिरफ्तारी का धर्म निभा रहे हैं। सहरसा का सबसे बड़ा टिकट दलाल सहरसा के चांदनी चौक स्थित प्रकाश ट्रैवल्स का मालिक प्रकाश जायसवाल पहले ही गिरफ्तार हो चुका है बड़ा सच है कि प्रकाश के तार खंगालने की कोई कोशिश नहीं की जा रही है। अगर उसके सम्बन्ध की कलई खुलेगी, तो कई बड़े तीसमार खाँ अधिकारी सलाखों के पीछे होंगे। हांलांकि प्रकाश जायसवाल के साथ एक टीटीई दिनेश प्रसाद की तस्वीर वायरल होने पर समस्तीपुर के डीसीएम ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है। आरपीएफ की टीम की लगातार छापेमारी से चारो तरफ हड़कंप मचा हुआ है।

फिलवक्त शहर भर में हो रही इस करवाई से टिकट एजेंट और दलाल अपनी-अपनी दूकान बंद कर फरार हैं। प्रकाश ट्रैवल्स की गिरफ्तारी के बाद उसका लैपटॉप जब्त कर लिया गया है। लैपटॉप की जांच कोलकाता से अाई फोरेंसिक टीम करेगी। वैसे बताते चलें कि छापा पड़ने के एक दिन पहले ही लैपटॉप को फॉर्मेट कर दिया गया था। गौरतलब है कि ये सारा मामला ट्विटर के जरिए गौरव कुमार मिश्रा ने उठाया था। जो पहले प्रकाश ट्रवेल्स के यहाँ काम कर चुका था। लेन-देन में हुए विवाद को गौरव मिश्रा ने दुश्मनी के तौर पर लिया। उसके द्वारा ट्विटर के जरिए हर रोज नए खुलासे करने के बाद रेलवे ने अब जाकर इसतरह की कारवाई की है।गौरव मिश्रा के खुलासे का हम स्वागत करते हैं लेकिन लम्बे समय तक वह भी दलाली का हिस्सा रहा है, इससे परहेज नहीं किया जा सकता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सांसद के फर्जी लेटर हैड पर टिकट कन्फर्म करने के आरोप में गौरव कुमार मिश्रा का नाम लिया जा रहा है। जबकि इन सब का खुलासा गौरव कुमार ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए किया था। गौरव कुमार मिश्रा प्रकाश ट्रैवल्स के यात्री सुविधा केंद्र में कार्यरत था। जिसने ये सारा मामला उजागर किया। बीते दिनों एक स्थानीय अखबार ने गौरव कुमार मिश्रा के भी इस दलाली पेशे में शामिल होने की बात छापी थी।

प्रकाश ट्रेवल्स के बारे में आपको बताना जरूरी है कि वह दिल्ली और दूरस्थ जाने वाली सभी गाड़ियों की पूरी बोगी के लगभग टिकट की दलाली का माहिर खिलाड़ी था। अब आरपीएफ और रेलवे के सीनियर डीसीएम ने फैसला किया है कि हर रोज गरीब रथ और पुरबिया एक्सप्रेस के टीटीई बदल दिए जाएंगे ताकि अगर कोई फर्जी टिकट पर यात्रा कर रहा हो तो उसकी गिरफ्तारी हो सके। सीनियर डीसीएम ने बताया कि टिकट माफियाओं पर नकेल कसने के लिए सहरसा स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरा सहित ट्रेनों में छापेमारी का अभियान चलाया जाएगा। गरीब रथ एक्सप्रेस में फर्जी टिकट पर यात्रा कर रहे एक यात्री ने टिकट दलालों का रेट उजागर किया।

आरपीएफ ने लिखित में उससे शिकायत दर्ज कर बीते रविवार को चांदनी चौक स्थित पीकाश ट्रेवल्स के संचालक प्रकाश जायसवाल के विरूद्ध कार्रवाई भी की थी। अभी यह खेल बदस्तूर जारी रहेगा। प्रकाश जब सलाखों से बाहर आएगा, तो वह तपकर दलाली का खड़ा सोना बनकर आएगा। अब वह रेलवे के शीर्षस्थ अधिकारियों की सेवा लेकर धंधा करेगा। टिकट की दलाली कुछ दिनों के लिए जरूर रुकेगी लेकिन थोड़ा मामला शांत होने दीजिये, यह खेल पहले से अधिक सुरक्षित और बड़े पैमाने पर चलेगा। इस बीच में यक्ष प्रश्न यह है कि गौरव कुमार मिश्रा का क्या होगा?

सहरसा से संकेत सिंह की स्पेशल रिपोर्ट

Share This Article