सिटी पोस्ट लाइव : बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि चार से पांच हफ्तों के भीतर सीटों का बटवारा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग का समझौता एक महीने के अन्दर सामने आ जाएगा.पटना में लोक संवाद की बैठक के बाद नीतीश कुमार से जब पत्रकारों ने अमित शाह के साथ बंद कमरे में हुई उनकी बैठक के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि बंद कमरे की बातचीत बाहर कैसे आ सकती है. देश और राज्य से संबंधित कई मुद्दों पर बात हुई. रही लोकसभा चुनाव की बात तो चार से पांच हफ्ते में सब फाइनल हो जाएगा.”
एनडीए के घटक दलों के बीच सीटों पर तालमेल और अन्य विवादास्पद मुद्दों पर क्या कोई मैकेनिज्म बनेगा, इस सवाल का जबाब उन्होंने टाल दिया. लेकिन उन्होंने संकेद जरुर दे दिया कि बीजेपी , जेडीयू, एलजेपी और रालोसपा का शीर्ष नेतृत्व इस मसले को हल कर लेगा. गिरिराज सिंह की दंगा आरोपियों से मुलाकात के मुद्दे को अमित शाह के सामने रखने से संबंधित सवाल पर नीतीश ने कहा कि इसके बारे में वो पहले ही बोल चुके हैं.
विशेष राज्य के दर्जे से सम्बंधित सवालों का जबाब देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने को लेकर बार-बार सवाल पूछे जाते हैं. मेरा मानना है कि हर मायने में बिहार पिछड़ा है. राज्य में प्रति व्यक्ति आय के मामले में भी बिहार निचले पायदान पर है. बिहार हर साल प्राकृतिक आपदाएं झेलता है. ऐसे में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा तर्कसंगत है. उन्होंने कहा कि किसानों को हर संभव सहायता पहुंचाना हमारी प्रॉयरिटी है, इसके लिए सरकार गंभीर है और इसके लिए हमने किसान फसल सहायता की शुरुआत की गई है. मुजफ्फरपुर और छपरा में बाल सुधार गृह में यौन शोषण मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि संबंधित विभाग लगातार इस संबंध में कार्रवाई कर रहा है और जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.