अब नीतीश कुमार और रामविलाश पासवान दलित आन्दोलन के बहाने आने लगे हैं करीब.नीतीश कुमार ने पासवान जाति को महा-दलितों में शामिल नहीं करने की शिकायत को किया दूर . मन जा रहा है कि नीतीश कुमार पासवान और उपेन्द्र कुशवाहा को साथ लेकर बीजेपी पर बना रहे हैं आगामी लोक सभा चुनाव में 20 सीटें देने का दबाव.
सिटीपोस्टलाईवडेस्क :अब सभी दलितों को महादलितों को मिलने वाली तमाम सुविधाएं मिलेगीं . अबतक पासवान समाज के लोग इस लाभ से वंचित नहीं रहेगें. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को लोजपा-दलित सेना के बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जयंती समारोह में यह ऐलान किया . गौरतलब है कि महादलितों को मिलनेवाली सुविधाओं से पासवान अभीतक वंचित थे और इसी को लेकर रामविलाश पासवान नीतीश कुमार से नाराज थे.
सीएम नीतीश कुमार ने चौकीदारों और दफादारों के परिजनों को उनकी जगह नियुक्त किया जाएगा .अब चौकीदारों को हर साल 3 हजार की जगह 4 हजार और दफादारों को 8 हजार रुपए मिलेंगे. सीएम ने एससी-एसटी-पिछड़े-अति पिछड़े-अल्पसंख्यक छात्रावास में रहनेवालों को बीपीएल दर पर अनाज देने व उन्हें विशेष आर्थिक सहायता देने का एलान भी किया .
सीएम ने आरक्षण के मुद्दे पर विरोधियों को निशाने पर लेते हुए कहा कि किसी में दम नहीं कि आरक्षण खत्म कर दे.
नीतीश कुमार ने नाम लिये बगैर लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए कहा कि 15 वर्षों तक पति-पत्नी ने शासन किया लेकिन दलितों के लिए क्या किया ? नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार बनी तो पंचायतों में आरक्षण का प्रावधान लागू किया गया .
नीत्श कुमार ने आंकड़ा पेश करते हुए कहा कि वर्ष 2005-06 में दलित छात्रों पर महज 32 करोड़ खर्च होते थे, आज 428 करोड़ खर्च हो रहे और एससी कल्याण विभाग का बजट 40 करोड़ से बढ़कर आज 1550 करोड़ का हो चूका है.रामविलाश पासवान ने न्यायपालिका में आरक्षण के लिए आन्दोलन छेड़ने का एलान करते हुए कहा कि अब न्यायपालिका में आरक्षण के लिए आंदोलन होगा.