सिटी पोस्ट लाइव : जैसा कि सिटी पोस्ट लाइव ने दो दिन पहले ही खुलासा कर दिया था कि सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी जेडीयू के बीच खींचतान ख़त्म हो गई है, सच साबित हुआ है. अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ़ कर दिया है कि बिहार में जेडीयू और बीजेपी के बीच गठबंधन जारी रहेगा .इसी के साथ नीतीश के एनडीए से बाहर चाले जाने की सियासी गलियारे में चल रहे अटकलों पर अब विराम लग गया है. जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले नीतीश कुमार ने पार्टी नेताओं के समक्ष साफ किया कि दोनों दलों के बीच गठबंधन बरकरार रहेगा. वहीं अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी ने 17-17 सीटों पर लड़ने का फॉर्मूला दिया है.जैसा कि सिटी पोस्ट लाइव बता चूका है बीजेपी अपने आधा दर्जन सांसदों का टिकेट काटकर जेडीयू को 15 सीटें देने का फार्मूला तैयार कर चुकी है. केवल औपचारिक एलान होना बाकी है.
राजधानी दिल्ली स्थित बिहार भवन में पार्टी के महासचिव और सचिव समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई बैठक में तय किया गया कि जेडीयू की तरफ से नीतीश कुमार जो भी फैसला लेंगे पार्टी नेताओं को वह मान्य होगा. इस बैठक में शामिल अधिकांश नेता नीतीश के इस प्रस्ताव से सहमत थे कि बिहार में बीजेपी के साथ गठबंधन बरकरार रहना चाहिए. हालांकि इस दौरान यह भी तय किया गया कि बिहार के बाहर भी पार्टी अपना विस्तार जारी रखेगी.
जेडीयू के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि इस बैठक में शीट शेयरिंग को लेकर भी चर्चा हुई और तय किया किया गया बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से जेडीयू कम से कम 17-18 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इस बैठक के दौरान पार्टी के नेताओं ने सीटों की दावेदारी पर मंत्रणा भी की. पार्टी के ही एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, जेडीयू और बीजेपी के 17-17 सीटों पर लड़ने, जबकि लोजपा और रालोसपा के लिए 6 सीटें छोड़ने की बात कही गई.जेडीयू के एक नेता ने कहा कि हम फिर से कह रहे हैं कि बिहार में बीजेपी के साथ हमारा गठबंधन जारी रहेगा और नीतीश कुमार एनडीए के नेता होंगे.
नीतीश ने पार्टी की बैठक के दौरान इस बात का भी जिक्र किया कि वो तमाम आलोचनाओं के बीच किस तरह से सरकार चला रहे हैं. नीतीश ने कहा कि जब वह आरजेडी के साथ सरकार में थे तो उनपर तरह-तरह के कमेंट किए जाते थे, लेकिन बीजेपी के साथ उनकी सरकार में ऐसा कुछ भी नहीं है. बैठक के दौरान नीतीश ने इस बात का भी जिक्र किया कि मोदी लहर में बीजेपी ने भले ही 22 सीटें जीती हों, लेकिन ऐसे वक्त में जब हमने अपने 17 साल पुराने दोस्त से एक बार फिर से हाथ मिलाया है, हर किसी को बलिदान के लिए तैयार रहने की जरूरत है.गौरतलब है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह 12 जुलाई को पटना आ रहे हैं. ऐसे में जेडीयू की इस बैठक के बाद नीतीश कुमार की अमित शाह के साथ होने वाली मुलाकात को भी अहम माना जा रहा है.ऐसा माना जा रहा है कि इस बैठक में सबकुछ फाइनल हो जाएगा .