सिटी पोस्ट लाईव : व्हाट्सएप पर लगातार फैलाई जा रही अफवाहों को लेकर सरकार बेहद चिंतित है. सरकार ने चेतावनी व्हाट्सएप से फेक मैसेज को चेक करने को कहा है. सरकार ने इसे रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए कहा है. सरकार ने ये कदम हाल में हुई भीड़ द्वारा हत्याओं को देखते हुए उठाया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक व्हाट्सएप और फेसबुक पर तेजी से वायरल हो रहे मैसेज के कारण पिछले दो हफ्तों में लगभग 27 लोगों की जान गई है. ये हत्याएं 11 राज्यों में हुई हैं.
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि, कानून और व्यवस्था मशीनरी अपराधियों को पकड़ने के लिए कदम उठा रही है. व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग लोग उत्तेजक सामाग्री भेजने में कर रहे हैं. यह बेहद चिंता का विषय है. मंत्रालय ने अपने बयान में यह भी कहा कि, इस तरह का एक प्लेटफार्म जवाबदेही और जिम्मेदारी से बच नहीं सकता है. खासकर तब कुछ लोग तकनीकी का दुरुपयोग कर हिंसा फैला रहे है.
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना तकनीक मंत्रालय ने गैरजिम्मेदार संदेशों और ऐसे प्लेटफॉर्म्स पर उनके सर्कुलेशन को गंभीरता से लिया है. सरकार ने वॉट्सऐप के वरिष्ठ अधिकारियों से अपनी नाराजगी और नाखुशी जाहिर की है. सरकार ने वहाट्सऐप के प्रबंधन को चेतावनी दी है कि फर्जी, भड़काऊ और सनसनीखेज संदेशों को सर्कुलेट होने से रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए. सरकार ने फेक और भड़काऊ संदेश फैलाने वालों पर भी सख्ती बरतने का संदेश दिया है.
व्हाट्सएप और फेसबुक पर तेजी से वायरल हो रहे फेक मैसेज के कारण पिछले दो हफ्तों में लगभग 27 लोगों की जान जा चुकी है. ये हत्याएं अलग-अलग राज्यों में हुई हैं. दरअसल, बच्चा चोरी का एक मैसेज तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस मैसेज को सच समझकर भीड़ ने बेगुनाह लोगों की पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. हाल में एक मामला महाराष्ट्र से सामने आया था। जहां भीड़ ने 5 लोगों को बच्चा चोर होने के शक में पीट-पीटकर मार डाला. यह कोई पहला मामला नहीं है झारखंड से भी ऐसा ही मामला सामने आया था. बच्चा चोरी के शक में भीड़ ने सात लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी. ऐसे ही मामले तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, कर्नाटक, असम समेत कई राज्यों में देखने को मिले हैं.