बच्चा चोर की अफवाह: भीड़ अबतक ले चुकी है 21 लोगों की ली जान

City Post Live

सिटी पोस्ट लाईव :  देशभर में ‘बच्चा चोर’ के नाम पर आम लोगों की पीट-पीटकर हत्या (मॉब लिंचिंग) का सिलसिला दिन व दिन बढ़ रहा है. अब तक 21 लोगों की भीड़ अपना शिकार बना चुकी है. रविवार को ही भीड़ ने महाराष्ट्र के धुले में पांच लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी. वहीं सोमवार को महाराष्ट्र के ही नासिक में तीन लोगों पर भीड़ ने हमला कर दिया. हालांकि वहां पहुंची पुलिस ने तीनों को भीड़ के आतंक से बचा लिया. दरअसल बच्चा चोर की अफवाह फेसबुक, व्हाट्सएप के जरिए तेजी से फैल रही है. वीडियो, टेक्सट और फोटो के जरिए लोगों को डराया जा रहा है. इसी वजह से डरे लोग बच्चा चोर के नाम पर अनजान लोगों को पीटने लगते हैं. अफवाह का आलम यह है कि हर अनजान व्यक्ति को लोग बच्चा चोर समझने लगे हैं. मतलब साफ़ है अफवाह की वजह से हर उस व्यक्ति की जान खतरे में हैं, जो अनजान है,अपरिचित है.

सिंगरौली में 26 जून को कन्हैया नाम के पेशेवर बहरूपिया को भीड़ ने बच्चा चोर समझकर अधमरा कर दिया था. इसी मामले की जांच जब एबीपी न्यूज़ करने पहुंची तो वहां हमारी टीम को भी बच्चा चोर समझ कर महिलाएं डर गईं. एक महिला को जब समझाया गया तो महिला ने कहा कि उसे मोबाइल के जरिए बच्चा चोर की सूचना मिली थी. जिसके बाद से उन्हें लोगों पर संदेह होता है.

अफवाह के मुताबिक, एक डॉक्टर और एक कंपाउंडर लोगों के पास जाता है और बच्चों को कोई नशीली चीज सुंघाकर ले जाता है और उसकी किडनी निकाल लेता है. लोगों के मोबाइल पर एक मृत बच्चे की तस्वीर और बच्चा चोरों का संदिग्ध वीडियो खूब घूम रहा है. जिनके पास मोबाइल नहीं है वो दूसरे के मोबाइल पर तस्वीरें देखकर दहशत में हैं. वीडियो के साथ मैसेज भी लिखा होता है. बच्चा चोर गैंग चोरी करके बच्चों की किडनी और गुर्दा निकाल कर ऐसा हाल (लहुलुहान तस्वीर) कर देता है. डर का आलम यह है की लोगों ने तो अपने बच्चों को स्कूल भेजना तक बंद कर दिया है. कुछ लोग स्कूल तो भेज रहे हैं लेकिन खुद उन्हें स्कूल ले जाते और ले आते हैं. खेलने पर भी बच्चों पर पाबंदी लगा दी गई है. ऐसे में हमारी पड़ताल में पता चला है कि सिर्फ़ इंटरनेट पर वायरल हो रही तस्वीरों की वजह से लोगों में डर बैठ चुका है. हमारी पड़ताल में पता चला कि किडनी और बच्चों को चुराने वाले शख्स को अबतक किसी ने देखा नहीं है लेकिन सुनी सुनाई बातों के चलते अफवाह फैली हुई है.

बच्चा चोर की अफवाह केवल मध्य प्रदेश या महाराष्ट्र में ही नहीं है. त्रिपुरा, गुजरात, असम, झारखंड, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल में बच्चा चोर की बड़े स्तर पर अफवाह है. पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के रेहड़ी वालों की त्रिपुरा में भीड़ ने बच्चा चोर समझकर हत्या कर दी थी. वहीं असम के कार्बि आंगलांग में दो युवकों की भीड़ ने हत्या कर दी थी.गुजरात के करीब 13 जिलों में बच्चा चोर की अफवाह है. गुजरात के गृहमंत्री ने भी माना है कि बच्चा चोर की अफवाह वीडियो के जरिए फैलाई जा रही है. उन्होंने कहा कि बच्चा चोर होने की अफवाह पाकिस्तान के वीडियो से फैली है. वहां के एक एनजीओ ने बच्चा चोरी से बचने के लिए एक वीडियो जारी किया था जिसमें से कुछ हिस्सा काट कर देशभर में फैला दिया गया.

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