सिटी पोस्ट लाईव : अल्पसंख्यक बहुल विधान सभा क्षेत्र जोकीहाट से उप-चुनाव हर जाने के बाद भी जेडीयू अल्पसंख्यक मतदाताओं को साथ लेकर चलने की उम्मीद नहीं छोडी है. सबसे ख़ास बात ये है कि अल्पसंख्यक नेता आज की तारीख में भी जेडीयू को अपने लिए एक बड़ा आप्शन मानकर चल रहे हैं. तभी तो बीजेपी का दामन छोड़कर आज जेडीयू में मोनाजिर हसन शामिल हो गए. मोनाजिर हसन एक जमाने में एक चर्चित अल्पसंख्यक नेता रहे हैं .बिहार के पूर्व मंत्री मोनाजिर हसन सोमवार को दोबारा जेडीयू में शामिल हो गए.
सबसे पहले वो आरजेडी में हुआ करते थे. फिर जेडीयू में चले गए. जेडीयू को छोड़ा फिर बीजेपी में अपनी किस्मत आजमाने गए. आखिर आज फिर से वो जेडीयू में ही वापस आ गए. सबसे बड़ा सवाल आज जब कहा जा रहा है कि अल्पसंख्यकों ने नीतीश कुमार का साथ छोड़ दिया है फिर क्यों मोनाजिर ने बीजेपी छोड़ने के बाद आरजेडी की जगह जेडीयू को चुना ? मोनाजिर हसन कहते है कि नीतीश कुमार ने ही अल्पसंख्यकों के लिए कुछ किया है और आगे भी उनसे ही अल्पसंख्यक समाज को उम्मीद है.
सोमवार को जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के सामने उन्होंने जेडीयू की सदस्यता ग्रहण की. मौके पर प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि जेडीयू में आने का फैसला मोनाजिर हसन का अपना है. वे स्वेच्छा से पार्टी में आए हैं. वहीं मोनाजिर हसन के साथ उनके समर्थकों ने भी जेडीयू का झंडा उठा लिया .जेडीयू की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पूर्व मंत्री मोनाजिर हसन ने कहा कि मैं जेडीयू में कुछ समय के लिए नहीं था, लेकिन एक बार फिर से मैं घर वापस आ गया हूं. उन्होंने कहा कि मेरे साथ कई समर्थक भी जेडीयू में शामिल हुए हैं.