बिहटा, नौबतपुर के चार कुख्यातों के ठिकानों पर एसओजी का छापा

City Post Live

सिटी पोस्ट लाईव : पटना आईजी द्वारा बढ़ते अपराध पर नियंत्रण के लिए गठित एसओजी ने पिछले 24 घंटों में बिहटा और नौबतपुर के कई ईलाकों में ताबड़तोड़ छापेमारी कर अपराधियों के बीच हडकंप मचा दिया.  गौरतलब है कि  बिहटा और नौबतपुर में सक्रिय टॉप टेन बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए  एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन गु्रप) का गठन अभी दो दिन पहले ही पटना जोनल आईजी नैय्यर हसनैन ने की है. चौबीस घंटे में चार जगह छापेमारी की गई .लेकिन कोई भी बदमाश  एसओजी के हाथ नहीं आया.

कुख्यात बदमाशों को दबोचने के लिए एसओजी को सूबे के किसी भी जिले में दबिश देने की छूट मिलने के बाद टीम ने पालीगंज, जहानाबाद, बिहटा और नौबतपुर में छापेमारी की. एसओजी के निशाने पर नौबतपुर का कुख्यात मनोज सिंह और उसका बेटा माणिक और मुचकुंद है. इसके साथ ही सात अन्य बदमाशों नेपाली, गुड्डू, राकेश कुमार, विलियम, प्रकाश कुमार, अनिश कुमार और रितेश की धरपकड़ के लिए रणनीति बना रही है. कई बदमाशों की तकनीकी जांच से लोकेशन पता कर रही है. टॉप टेन में तीन बदमाश आरा जिले के हैं. एसओजी आरा पुलिस से संपर्क कर उनके ठिकानों के बारे में जानकारी जुटा रही है.

पुलिस सूत्रों के अनुसार  मनोज के बेटे माणिक के यूपी में छिपे होने की सूचना मिली है. बिहटा और नौबतपुर से चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर टीम पूछताछ कर रही है. एसओजी ने शातिर माणिक, मुचकुंद, नेपाली और राकेश को दबोचने के लिए उसके कई करीबियों के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर ले रखा है. इससे कुछ सूचना भी उनके हाथ लगी है. सूत्रों की मानें को एसओजी के गठन के बाद मनोज सहित कुछ बदमाश दूसरे राज्य में शरण लिए है. नौबतपुर के कुख्यात मनोज सिंह और उसके बेटे माणिक का आतंक झारखंड, बिहार से लेकर यूपी तक में है. पटना पुलिस ने दो साल पूर्व मनोज और बेटे को अत्याधुनिक हथियार के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था, लेकिन जमानत पर बाहर आने के बाद उन्होंने फिर गैंग खड़ा कर लिया. मनोज रंगदारी मांगता है और माणिक गिरोह फाय¨रग कर दहशत फैलाता है.

हाल ही में सिटी पोस्ट लाईव ने मनोज सिंह के साथ नौबतपुर के मार्केटिंग ऑफिसर द्वारा राशन दुकानों से अनाज कालाबाजारी किये जाने के एवज में कमीशन वसूली का ठेका दिए जाने का खुलासा किया था .पुलिस सूत्रों के अनुसार  हाल ही में बाढ़ के सोनू-मोनू गिरोह से माणिक ने एके-47 खरीदी है. माणिक और मनोज के खिलाफ झारखंड में आधा दर्जन से अधिक हत्या, रंगदारी, यूपी में रंगदारी और बिहटा व नौबतपुर में कई संगीन मामले दर्ज है.

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