सिटी पोस्ट लाईव : आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को फिर से झारखण्ड कोर्ट से 6 सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत मिल गई है. लेकिन ये छुट्टी बहुत कम साबित होगी इनके लिए . लालू प्रसाद अभी बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. परिवार का संकट उनकी बीमारी को और भी बढ़ा रहा है. मुंबई के एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट में लालू प्रसाद का फिस्टुला का ऑपरेशन तीन दिन पहले ही हुआ है . इलाज कर रहे डॉक्टरों ने लालू को अभी कुछ दिन अस्पताल में ही रहने की हिदायत दी है और कहा है कि पूरी तरह घाव भरने में कम से कम तीन महीने लग जाएंगे. रांची हाईकोर्ट ने उनकी जमानत अवधि को तीन जुलाई से बढ़ाकर 17 अगस्त कर दिया है लेकिन इससे भी उनका काम नहीं चलनेवाला है. घाव सूखेगा तो किडनी का ईलाज शुरू होगा . डॉक्टरों ने इन्फेक्शन के डर से लालू के कॉटेज में अन्य लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है. मीसा भारती एवं भोला यादव के अलावा वहां कोई आता-जाता नहीं है. पार्टी के नेताओं एवं सियासी मित्रों को भी अनुमति नहीं है.
भोला यादव ने बताया कि डॉक्टरों के मुताबिक ऑपरेशन के बाद घाव भरने की प्रक्रिया में तीन महीने का समय लगेगा . ऊपरी हिस्से के घाव में ज्यादा परेशानी नहीं है, लेकिन अंदर के हिस्से का भी मांस काटकर हटाया गया है. ऑपरेशन वाले भाग में कई तरह की परेशानी और आशंकाएं हैं. पूरी तरह घाव भरने में तीन महीने लगेंगे. अभी कभी-कभी फेफड़े में कफ जमा हो जाता है. एक बार फाइनल चेकअप के बाद ही बंगलुरू जाने की तैयारी की जाएगी. बंगलुरू में लालू की किडनी का इलाज होना है.
भोला यादव ने बताया कि लालू के घाव की प्रतिदिन ड्रेसिंग हो रही है. अभी डॉ. पांड्या के नेतृत्व में सात डॉक्टरों की टीम को इलाज की जिम्मेवारी है. लालू को जितने तरह के रोग हैं, सबके विशेषज्ञों की ड्यूटी है. फिस्टुला, हार्ट, किडनी, शुगर, फेफड़े एवं न्यूरो के अलग-अलग डॉक्टर हैं. फिजिशियन अलग से ईलाज में लगे हुए हैं.जाहिर है कोर्ट से लालू यादव को एकबार फिर से जमानत की अवधी बढाने के लिए आवेदन देना होगा.