गुजरात के जिग्नेश की राह पर बिहार के श्याम .

City Post Live

आकाश .

अभी देश में दलित राजनीति हो रही है और ऐसे में कई दलित नेता अपनी पहचान देश भर में एक दलित नेता के रूप में बनाने के लिए ऐड़ी –छोटी का जोर लगाए हुए हैं.इसी कड़ी में बीजेपी के कई दलित सांसद अपनी ही सरकार की दलित विरोधी भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं.बिहार में भी ऐसे ही एक विधायक हैं श्याम रजक जो पार्टी में अपनी उपेक्षा से नाराज हैं और इस दलित आन्दोलन के दौर में अपनी पहचान एक बड़े दलित नेता के रूप में बनाने के लिए जी-जान से जुटे हैं.पटना के फुलवारीशरीफ से जदयू विधायक श्याम रजक बिहार में  दलित मुद्दों पर काफी मुखर रहे हैं. इस दौरान वे कई बार जदयू-भाजपा के गठबंधन वाली अपनी सरकार को भी कठघरे में खड़ा कर चुके हैं. पिछले  दो अप्रैल को दलित संगठनों के भारत बंद के बाद  बिहार विधान मंडल के सभी दलित सदस्यों के साथ श्याम रजक  राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मिल कर अपनी  चिंता व्यक्त कर चुके हैं.दिल्ली प्रेस क्लब में दलितों के अधिकार को लेकर “आरक्षण बचाओ,संविधान बचाओ “ पर आयोजित एक कार्यक्रम में भी श्याम रजक पहुँच गए.यहां पर देश के दुसरे दलित नेताओं के साथ साथ श्याम रजक ने भी अपनी बेबाक राय रखी .श्याम रजक गुजरात के चर्चित दलित नेता जिग्नेश मेवानी के दिल में उतर गये .जिग्नेश ने उन्हें गले लगाया .जिग्नेश ने एससी/एसटी एक्ट पर फैसला देनेवाले सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीशों के खिलाफ महाभियोग लाने की मांग की .गौरतलब है कि इस मसाले पर श्याम रजक पहले ही बयान दे चुके हैं.उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से दलित समाज दहशत में है.श्याम रजक पीएम मोदी से अटॉर्नी जनरल और सॉलिसिटर जनरल के खिलाफ कारवाई की मांग कर चुके हैं.

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