वित्त मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री की हिटलर से की तुलना, भड़के कांग्रेस नेता

City Post Live - Desk

वित्त मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री की हिटलर से की तुलना, भड़के कांग्रेस नेता

सिटी पोस्ट लाइव : केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तुलना हिटलर से की और कहा कि दोनों ने लोकतंत्र को तानाशाही में बदलने के लिए संविधान का इस्तेमाल किया था। इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाया था। आपातकाल की 43वीं बरसी पर जेटली ने यह भी कहा कि जर्मन तानाशाह की तरह गांधी भी भारत को एक वंशवादी लोकतंत्र में बदलने के लिए आगे बढ़ी थीं। उन्होंने कहा, ‘‘हिटलर और गांधी दोनों ने कभी भी संविधान को रद्द नहीं किया। उन्होंने लोकतंत्र को तानाशाही में बदलने के लिए एक गणतंत्र के संविधान का उपयोग किया।

भाजपा नेता ने कहा कि गांधी ने अनुच्छेद 352 के तहत आपातकाल लागू किया, अनुच्छेद 359 के तहत मौलिक अधिकारों को रद्द कर दिया और दावा किया कि विपक्ष ने अव्यवस्था पैदा करने की योजना बनाई थी। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर वित्त मंत्री अरूण जेटली द्वारा फेसबुक पर की गई टिप्पणी से राजनीति गर्म हो गई है। बिहार कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने कहा है कि जेटली को इंदिरा गांधी की नहीं, नरेंद्र मोदी की तुलना हिटलर से करनी चाहिए। जबकि, प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि कि देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाली इंदिरा गांधी के प्रति ऐसी टिप्पणी से मानसिक दिवालियापन साबित करता है।

इस बयान के बाद कांग्रेस नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है. प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि कि देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाली इंदिरा गांधी के प्रति ऐसी टिप्पणी से मानसिक दिवालियापन साबित करता है। कांग्रेस सदानंद सिंह ने कहा कि वित्त मंत्री अरूण जेटली ने फेसबुक पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर अनाप-शनाप लिखा है। उन्हें मोदी को हिटलर कहना चाहिए था, क्योंकि महज चार वर्ष के शासनकाल में मोदी सरकार ने देश के लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर कर दिया है।

जेटली शायद भूल गए हैं कि कभी सर्वमान्य भाजपा नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इंदिरा गांधी को दुर्गा की उपाधि दी थी। वहीँ कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इंदिरा गांधी की सरकार में आपातकाल के दौरान जो सख्ती हुई वह प्रावधानों के मुताबिक थी। लेकिन, मोदी सरकार के चार वर्ष के शासन में अघोषित आपातकाल देश के दौरान लोगों पर जो सख्ती हुई है उसके बारे में भी जेटली को अपनी पोस्ट में विचार व्यक्त करने चाहिए थे। आज देश का युवा, किसान, महिलाएं और दलित पिछड़े वर्ग के लोग सरकार की नकारात्मकता  की वजह से हताश हैं। जनता मौन नहीं रहेगी। आगामी चुनाव में मोदी सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकेगी।

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