सिटी पोस्ट लाईव : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की जयंती के बहाने अपने विरोधियों पर जमकर निशाना साधा है उन्होंने कांग्रेस के साथ-साथ नेता मुलायम सिंह यादव और लालू प्रसाद को निशाने पर लेते हुए कहा कि समाजवादी कहलाने वाले ज्यादातर नेता बाद में व्यक्तिवादी हो गए. अगर समाजवादी खुद को अनुशासित रखते तो देश से कांग्रेस कब की खत्म हो गई होती. सोमवार को रवींद्र भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी के बाद राज्य में शांति और आपसी सद्भाव की भावना मजबूत हुई है. लेकिन, कुछ लोगों को यह माहौल पसंद नहीं आ रहा है.
नीतीश कुमार ने अपने विरोधियों पर वोट की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वोट के लिए जातीय और सांप्रदायिक तनाव पैदा किया जा रहा है. लेकिन, हम वोट की नहीं सिर्फ वोटर की चिंता करते हैं. अब वह वोटर चाहे हमारा हो या किसी दूसरे दल का, हम बिना किसी भेदभाव किए सबके लिए काम करते हैं. पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह भी अगर वोट बैंक की चिंता करते तो समझौतावादी हो जाते. वे लंबे समय तक सत्ता में रह सकते थे लेकिन उन्होंने सत्ता के लिए समझौता नहीं किया. हम भी समझौता किए बिना काम करते रहते हैं.
नीतीश कुमार ने कहा कि हमारा संकल्प है न्याय के साथ विकास का. जब हम विकास की बात करते हैं तो इसका मतलब होता है समाज के हरेक तबके और राज्य के हरेक इलाके का समान विकास करना. अब हमारा संकल्प है बिहार को दहेज प्रथा और बाल विवाह से मुक्ति दिलाने का. कुछ लोगों को यह सब बेकार की बात लगती है.मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कल टकराव की भाषा का इस्तेमाल हो रहा है. सोशल मीडिया पर सबसे अधिक अन-सोशल गतिविधियां होती रहती हैं.