सिटी पोस्ट लाईव : कैमूर जिले में फिर एक लड़की से छेड़खानी किये जाने का एक विडियो वायरल हुआ है. लेकिन इसबार विडियो तो छेड़खानी का वायरल हुआ है लेकिन मामला गैंगरेप का है.खास बात ये है कि गैंगरेप होने और छेड़खानी के विडियो वायरल होने के बाद पीडिता के घरवालों ने थाने में खुद जाकर अपनी बेटी के साथ छेड़खानी और गैंगरेप का मामला दर्ज कराया .लेकिन 20 दिन बाद उन्हें पता चला कि पुलिस ने तो गैंगरेप का मामला दर्ज ही नहीं किया. गैंगरेप के मामले को एक मामूली छेड़खानी का मामला बताकर एक लडके की गिरफ्तारी दिखाकर पुलिस ने पुरे मामले पर पर्दा डाल दिया .
जब गैंगरेप करनेवालों ने पीड़ित लड़की के परिजनों को लगातार धमकी देना शुरू किया तो वो फिर थाने पहुंचे अपनी बेटी के साथ.पुलिस से जब पूछा कि उनकी बेटी के साथ गैंगरेप करनेवाले गिरफ्तार क्यों नहीं हो रहे. वो खुल्लेयाम घूम रहे हैं ,उन्हें धमकियां दे रहे हैं .पुलिस ने उन्हें बताया कि मामला तो केवल छेड़खानी का दर्ज हुआ है ,गैंगरेप की उन्हें जानकारी ही नहीं. पीड़ित लड़की के पिता ने सिटी पोस्ट लाईव को बताया कि उन्होंने खुद लड़की के साथ थाने जाकर गैंगरेप और छेड़खानी का मामला दर्ज कराया था .जाहिर है पुलिस ने गैंगरेप को मामूली छेड़खानी का मामला बना दिया और पीड़ित लड़की का न तो मेडिकल टेस्ट हुआ और न ही आगे कोई कारवाई .
पीड़िता की मां ने बताया कि वह अपने पति के साथ घर से बाहर गई थी. उसकी बेटी गांव के बगल में यज्ञ देखने के लिए गई थी. जब वह यज्ञ देख कर छोटे भाई के साथ 27 मई को रात्रि 8:30 बजे जा रही थी तभी सुनसान जगह देखकर 6 लड़कों ने उन्हें घेर लिया . मेरी बेटी के साथ छेड़खानी करने लगे. दो लड़कों ने गैंगरेप भी किया . पीडिता को उसकी आँखों के सामने उसके भाई की हत्या कर देने की धमकी देकर दो लड़कों ने गैंगरेप किया .घंटों उसे जानवरों की तरह नोंचा .उसे मारा पिटा और मामले के बारे में किसी को बताने पर भाई की हत्या की धमकी तक दे डाली .इतना कुछ करने के बाद भी जब आरोपियों के खिलाफ कारवाई नहीं हुई तो उनका मन इतना बढ़ गया कि वो पीड़ित लड़की के घर पहुंचकर पूरे परिवार की हत्या कर देने की धमकी देने लगे .थक हारकर जब पीड़ित परिवार थाने पहुंचा तो पता चला कि पुलिस ने तो गैंगरेप का मामला दर्ज ही नहीं किया .सबसे ख़ास बात ये है कि पीड़ित लड़की दलित समाज से आती है .वह भगवानपुर थाना क्षेत्र की रहनेवाली है . इसी क्षेत्र से बिहार सरकार के पिछड़ा अति पिछड़ा कल्याण मंत्री ब्रिज किशोर बिंद आते हैं.लेकिन आजतक मंत्री ने भी इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं किया .
दरअसल वायरल विडियो में वीडियो में पांच छह की संख्या में युवक एक शादीशुदा लड़की से छेड़खानी कर रहे हैं. वीडियो 27 मई का है. जहां पीड़िता ने 30 मई को एक नामजद सहित कुछ अन्य अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस 24 दिन बीत जाने के बाद भी एक ही आरोपी को गिरफ्तार कर पाई है.वो भी गैंगरेप नहीं बल्कि छेड़खानी के मामले में . कैमूर एसपी मोहम्मद फारेगुद्दीन ने बताया इस केस में सभी आरोपियों की पहचान कर ली गई है. एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और बाकी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.लेकिन एसपी साहब क्या ये बताएगें कि बीस दिन बाद भी गैंगरेप पीड़ित लड़की का मेडिकल टेस्ट क्यों नहीं कराया गया ? क्या कानून नहीं कहता कि ऐसे मामलों में 24 घंटे के अन्दर मेडिकल टेस्ट हो जानी चाहिए ? जिन पुलिसवालों ने एक गैंगरेप के मामले को मामूली छेड़खानी का मामला बना दिया ,उनके खिलाफ आजतक क्यों कोई कारवाई नहीं हुई ?